रांची (ब्यूरो) । नेपाल की राजधानी काठमांडू में अंतर्राष्ट्रीय थ्रोबॉल फेडरेशन द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय थ्रो बॉल प्रतियोगिता में भारतीय दिव्यांग महिला एवं पुरुष टीम ने स्वर्ण पदक पर किया कब्जा। भारतीय टीम मे झारखंड के 07 खिलाड़ी थे जिनका प्रदर्शन लाजवाब रहा तथा मुकेश कंचन को बेस्ट प्लेयर चुने गए। पारा थ्रोबॉल फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष डॉ प्रेम कुमार अल्बर्ट ने भारतीय टीम को जीत की हार्दिक बधाई दी और उम्मीद जताया की आने वाले दिनों में यह टीम एशिया की सर्वश्रेष्ट टीम बनेगी।

नेपाल को हराया

सीरीज में पुरुष वर्ग में भारत ने नेपाल को 25-15, 23-25 , 25-19 से हराया। वहीं महिला वर्ग में 25-18, 25-20, 25-23 से जीत हसिल की। टीम के सदस्य दिव्यांग सनोज महतो ने बताया कि हमने बचपन में दिव्यांगता के नाम पर भेदभाव का सामना करते हुए कभी गांव के बाहर जाने का स्वपन भी नहीं देखा था। लोग बोलते थे ये क्या कर लेगा। अब अ'छा लगता है। नेपाल की टीम छोटी सही लेकिन एक अंतर्राष्ट्रीय टीम है। अब लगता है कि दिव्यांगजन भी आम खिलाडय़िों की तरह खेल सकते हैं, बस हम जैसे दिव्यांग खिलाडिय़ों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत है।

ये हैं टीम में

टीम में मुकेश कंचन,(कोकर), सनोज महतो,(कांके चारी) मुकेश कुमार, (टाटीसिलवे) महिमा ऊराव, (नामकुम सोहदाग) तारामानी लकड़ा (चान्हो चमरांगा), पुष्पा मिंज(बेडो नरकोपी) एवं निक्की कुमारी (बलालोंग धुर्वा) शामिल थे। पैरालंपिक एसोसिएशन ऑफ झारखंड के अध्यक्ष राहुल मेहता, सचिव सरिता सिन्हा, पारा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल अग्रवाल, सृजन हेल्प के सचिव गुंजन गुप्ता, पतरस तिर्की, अमर महतो, सोनाराम महतो, मनोज महतो, मक्कू तिर्की, मुड़ा नायक, रूसू महतो, सुधुवा महतो, विजय महतो एवं कई सामाजिक संगठनों ने सभी खिलाडियों का भव्य स्वागत किया एवं बधाई दी।