नई दिल्ली (एएनआई)। जवाहरल लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में 5 जनवरी की शाम को हुई हिंसा के मामले में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच जारी है। एसआईटी ने पहचान की है कि जिस नकाबपोश महिला को जेएनयू हिंसा के वीडियो में देखा गया है वह दिल्ली विश्वविद्यालय की है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि जांच में शामिल होने के लिए उसे जल्द ही नोटिस दिया जाएगा। रविवार को दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा था कि एसआईटी ने पांच जनवरी को जेएनयू में भड़की हिंसा में कथित रूप से शामिल सात और लोगों की पहचान की है। इससे पहले मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष सहित नौ संदिग्धों की तस्वीर जारी की थी।


धारा 144 के उल्लंघन और सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने का केस

वहीं इसके पहले दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को जेएनयू के छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान धारा 144 के उल्लंघन और सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने का मामला दर्ज किया था। बृहस्पतिवार को जेएनयू के छात्रों ने विश्वविद्यालय में बीते 5 जनवरी को हुई हिंसा के विरोध में व वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार को हटाने को लेकर विरोध प्रदर्शन कर किया था। इस दाैरान दिल्ली पुलिस द्वारा अंबेडकर भवन के पास कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया जब वे राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च कर रहे थे।

हमले में आइशी घोष सहित 18 से अधिक छात्र घायल हुए थे

बता दें कि 5 जनवरी रविवार की शाम को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय कैंपस में कुछ नकाबपोश लोगों ने हमला कर दिया था। नकाबपोश भीड़ ने वर्सिटी में स्टूडेंट और प्रोफेसरों पर लाठी और रॉड से हमला किया। इस दाैरान जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष सहित 18 से अधिक छात्र घायल हो गए थे।

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