- हेपेटाइटिस और क्रोनिक किडनी डिजीज के ट्रीटमेंट का अरेंजमेंट अभी स्कीम में नहीं था, अब लाखों पेशेंट्स को मिलेगा फायदा

- एलएलआर हॉस्पिटल से शासन के जरिए हेल्थ मिनिस्ट्री को भेजा गया प्रपोजल, हार्ट एंजियोग्राफी का पैकेज हो चुका शामिल

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KANPUR: पीएम नरेंद्र मोदी की ड्रीम स्कीम मानी जाने वाली आयुष्मान भारत योजना में अब क्रोनिक डिजीज के ट्रीटमेंट की व्यवस्था भी होगी। अभी तक लीवर और किडनी की क्रोनिक डिजीज के इलाज के लिए आयुष्मान भारत स्कीम में व्यवस्था नहीं थी। जिसके चलते जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर हॉस्पिटल में आने वाले किडनी और लीवर जैसी बीमारियों से पीडि़त आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को ट्रीटमेंट में कोई मदद नहीं मिल रही थी। जिसे देख अब हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से शासन के जरिए हेल्थ मिनिस्ट्री को एक प्रपोजल भेजा गया है। इससे पहले इसी तरह का एक प्रपोजल एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी की तरफ से भेजा गया था। जिसे मानते हुए कार्डियक एंजियोग्राफी का पैकेज स्कीम में शामिल किया गया।

नहीं मिलता ट्रीटमेंट

आयुष्मान स्कीम के पैकेज में अभी किडनी पेशेंट्स के ट्रीटमेंट में एक्यूट किडनी डिजीज के ही ट्रीटमेंट के लिए ही पैकेज है। जिसमें डायलिसिस भी शामिल है,लेकिन क्रोनिक किडनी डिजीज में पेशेंट की दवाएं लंबे वक्त तक चलती हैं इसके साथ ही उसे समय समय पर डायलिसिस की भी जरूरत पड़ती है। यही हालत हेपेटाइटिस के पेशेंट्स की भी हैं। जिसका ट्रीटमेंट काफी लंबा चलता है। जबकि इस स्कीम में पेशेंट को एडमिट होने पर ही ट्रीटमेंट मिलता है। शासन ने वैसे भी इस बार असाध्य रोग निधि के तहत किडनी और लीवर के पेशेंट्स के ट्रीटमेंट को लेकर बजट नहीं दिया है। ऐसे में इसके पैकेज आयुष्मान स्कीम में शामिल होना जरूरी हो गया है।

वर्जन-

अभी किडनी और लीवर की क्रोनिक डिजीज के ट्रीटमेंट को लेकर ज्यादा पैकेज नहीं है। आयुष्मान लाभार्थियों को इस बीमारियों में भी स्कीम का फायदा हो इसके लिए शासन के जरिए हेल्थ मिनिस्ट्री को इनके ट्रीटमेंट पैकेज को लेकर प्रपोजल भेजा है।

- डॉ। एसके सिंह, प्रभारी आयुष्मान स्कीम, एलएलआर हॉस्पिटल