- नोटबंदी के बाद खातों में बेपनाह कैश जमा कराने वालों के खातों में एसेसमेंट के लिए जारी हुई नई वैरिफिकेशन चेकलिस्ट

- ब्लैक मनी रखने वालों के खातों पर आईटी डिपार्टमेंट की नजरें तिरछी, वैट और टीडीएस असेसमेंट के जरिए भी पता लगाएंगे टैक्सचोरी

KANPUR: नोटबंदी के बाद बैंक अकाउंट में बेहिसाब कैश जमा कराने वालों से अब इंकम टैक्स डिपार्टमेंट हिसाब बराबर करेगा। ब्लैक मनी रखने वालों पर इस बार आईटी डिपार्टमेंट ने डबल अटैक किया है। जिसके तहत आईटी डिपार्टमेंट कैश डिपॉजिट का वैरीफिकेशन करने के लिए नई चेकलिस्ट जारी की है। आईटी डिपार्टमेंट के सभी असेसमेंट अफसर नोटबंदी के दौरान निशाने पर आए लोगों से इस चेक लिस्ट के हिसाब से ही उनके कैश का वैरीफिकेशन करेंगे। इस चेक लिस्ट को जनरल केस, नॉन बिजनेस केस और बिजनेस केस के हिसाब से तैयार किया गया है.जिसमें वैट से जुड़े रिटर्न को भी खंगाला जाएगा। साथ ही नोटबंदी से एक साल पहले के 8 महीने और नोटबंदी वाले साल में नवंबर महीने तक के 8 महीनों के कैश डिपॉजिट का भी मिलान किया जाएगा। इसके अलावा उनके टीडीएस असेसमेंट की भी आईटी डिपार्टमेंट जांच करेगा। इन सारी डिटेल्स के आधार पर टैक्स चोरी पकड़ में आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

असेसमेंट का दायरा बढ़ा

डिमॉनीटाइजेशन के बाद बैंक खातों में जमा हुए बेशुमार कैश के असेसमेंट का दायरा आईटी डिपार्टमेंट ने बढ़ा दिया है। इसकी वजह फाइनेंस मिनिस्ट्री का एक आर्डर है। जो सभी प्रिंसिपल चीफ कमिश्नरों को भेजा गया है। जिनके जरिए यह नई चेकलिस्ट असेसमेंट आफिसर्स के पास पहुंचेगी। इस चेकलिस्ट में कैश को लेकर डिटेल्ड इंर्फोमेशन, असेसमेंट के रिमा‌र्क्स भी देने होंगे। कानपुर रीजन में तैनात एक सीनियर इंकम टैक्स आफिसर के मुताबिक इस नई वैरीफिकेशन चेकलिस्ट में खातों में कैश की डिटेल्स को छिपाया नहीं जा सकेगा। जिससे ब्लैक मनी का खुलासा होगा और टैक्स कलेक्शन भी बढ़ेगा।

चेक लिस्ट में इनका वैरीफिकेशन-

- टैक्सपेयर के एक्सप्लेनेशन का असेसमेंट

- कैश सेल्स के बैंक डिपॉजिट का मंथली हिसाब अप्रैल 2015 से नवंबर 2015 तक और अप्रैल 2016 से नवंबर 2016 तक

- कैश इन हैंड क्लोजिंग बैंक डिपॉजिट की रकम

- क्वार्टली वैट रिटर्न रिवाइज हुआ या नहीं

- वैट रिटर्न में क्या बदलाव हुए

- 9 नवंबर से 31 दिसंबर 2016 तक खाते में कितना कैश डिपॉजिट कितना

- कैश सेल्स के आंकड़े 2015 और 2016 में

- कैश सेल में परसेंटेज इंक्रीज

- नेचर ऑफ कैश डिपाजिट

- टोटल टैक्सेबल इंकम 2016-17 की

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फैक्ट फाइल-

- 4800 खातों में जमा हुए करोड़ों रूपए की आईटी डिपार्टमेंट ने की जांच कानपुर रीजन में नोटबंदी के बाद

- 4 हजार करोड़ से ज्यादा का कैश डिपॉजिट हुआ इन खातों में

- 50 खातों में जमा करोड़ों की रकम की स्क्रूटनी आईटी डिपार्टमेंट ने की

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