GORAKHPUR: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को जनपद में श्रद्धालुओं ने राप्ती, घाघरा, आमी समेत विभिन्न नदियों में आस्था की डुबकी लगाई। साथ ही दान भी दिया। शहर में राप्ती नदी के तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और कार्तिक पूर्णिमा परंपरागत श्रद्धा केसाथ मनाई गई। अनेक श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर मुंडन भी कराया और नदी तट पर ही भगवान श्री सत्य नारायण की कथा सुनी। परंपरागत रूप से गो-दान भी किया गया। यह क्रम सोमवार दोपहर बाद तक जारी रहा और भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया। दान लेने के लिए घाटों पर गरीबों, असहायों तथा ब्राह्मणों की भी लम्बी कतारें लगी रहीं। राजघाट के निकट राप्ती तट पर इस अवसर पर मेला भी लगा। लोगों ने स्नान पूजन के साथ ही मेले का भी भरपूर आनंद उठाया और खरीददारी की। श्री गोरक्षनाथ मंदिर स्थित मान सरोवर, हनुमान गढ़ी, सूर्यकुंड धाम समेत जिले के सभी प्रमुख तटों पर परंपरागत रूप से मेले लगे। पं। शरद चंद्र मिश्रा ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर स्नान करने और दान करने से मन वांछित फल मिलते हैं।