कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Karwa Chauth 2020: विवाह के बाद जिनका महिलाओं का पहला करवा चाैथ है उन्हें पति की लम्बी आयु और साथ के लिए विशेष पूजा विधान बताया गया है। पहले करवाचौथ में शिव पार्वती गणेश की आराधना करें। चाहे तो शिव पार्वती गणेश की मिट्टी की मूर्ति लायें या बनायें उन्हें पुष्प माला नैवेध से सजायें शिव पार्वती एवं गणेश की आराधना करें। हो सके तो महामृत्युन्ज्य मंत्र की कम से कम एक माला अवश्य करें। चाहे तो 11 एवं 21 माला भी कर सकते है। महामृत्युन्ज्य मंत्र सच्चे मन से करने से पति की लम्बी आयु की कामना पूर्ण होती है। इसके अतिरिक्त पति निरोग और विभिन्न प्रकार की बाधाओं से मुक्ति भी पाता है।
लक्ष्मी पूजा एवं विष्णु पूजा भी नये दंपती कर सकते
गणेश जी की पूजा करने से शुभ स्थितियां बनी रहती है। बाधाओं का नाश होता है। शिव पार्वती गणेश के अलावा लक्ष्मी पूजा एवं विष्णु पूजा भी नये दंपती कर सकते है। लक्ष्मी जी की पूजा से धन धान्य की स्थितियां बनती है। पति को पैसे की कमी नहीं रहती है। दामपत्य जीवन में पैसे के अभाव की कमी दूर हो जाती है। विष्णु जी की पूजा से पति को अनेक शुभ अवसर मिलते है। इन अवसरों का लाभ उठाकर जातक प्रगति करने में सफल होता है। करवाचौथ में पति को कुछ ऐसी अनमोल वस्तु पत्नी को देना चाहिए जिससे पत्नी में शुभ मनोकामना की भावना उमड़े। पति के लिए शुभ आशीर्वाद के रुप में शुभ भावना बनी रहें।
पति चांदी के पात्र में पत्नी को कुछ खिलाकर जल ग्रहण कराये
करवा चाैथ पर पति पत्नी को उपहार दे साथ ही सोने व चांदी की वस्तु अवश्य दें । सोने चांदी के महंगे गहने न दे सके तो प्रतीक के रुप में सोने या चांदी की कील भी देना शुभ माना गया है। लक्ष्मी और विष्णु के लिए सोना विशेष शुभ माना गया है इससे शिव-पार्वती लक्ष्मी गणेश सबकी कृपा बनी रहती है यदि पति चांदी के पात्र में अपने हाथों से पत्नी को कुछ खिलाकर जल ग्रहण कराये तो शिवजी, पार्वतीजी गणेशजी की विशेष कृपा पति पर बरसती है। चन्द्रमा शिव जी के मस्तक पर विराजमान है। चन्द्रमा चांदी के धातु का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए शिवजी पार्वतीजी एवं गणेशजी की कृपा पति पत्नी दोनों पर बनी रहेगी।

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