राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के छापे में सामने आई कई कमियां

किदवई इंटर कॉलेज की प्रार्थना से नदारद मिली देशभक्ति

PRAYAGRAJ: बेनीगंज प्राथमिक विद्यालय महज एक कमरे में संचालित हो रहा है। इसमें एक से लेकर कक्षा पांच तक के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। गुरुवार को राज्य बाल अधिकारी संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ। विशेष गुप्ता ने यहां निरीक्षण किया तो हकीकत सामने आ गई। 77 छात्रों के इस स्कूल में मौके पर महज 22 बच्चे ही उपस्थित मिले। इस पर आयोग अध्यक्ष अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए मंत्रालय से इसकी शिकायत करने की बात कही। इसी तरह खुल्दाबाद स्थित किदवई इंटर कॉलेज में भी भारी खामियां सामने आई।

प्रार्थना सुनकर उड़ गए होश

अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन आयोग अध्यक्ष, डॉ। नीता साहू और सुचिता चतुर्वेदी का दल सबसे पहले बेनीगंज के प्राथमिक विद्यालय पहुंचा था। यहां एक ही कमरे में पांच कक्षाओं के बच्चे पढ़ते मिले। विद्यालय की इमारत पूरी तरह जर्जर अवस्था में थी। इसी तरह किदवई इंटर कॉलेज की प्रार्थना में देशभक्ति का जिक्र नही था। जबकि विद्यालय में सभी धर्म सम्प्रदाय के बच्चे पढ़ते हैं। बच्चों को जो किताबें पढ़ने को मिलनी चाहिए थीं वह स्टोर में पड़ी मिलीं। आयोग अध्यक्ष ने कहा कि सत्र शुरू होने के बीस दिनों के भीतर किताबों के वितरण का प्रावधान रखा गया है। यह सभी शिकायत मंत्रालय को भेजी जा रही है। जिसके आधार पर कार्रवाई होनी है।

खोया पाया में दर्ज होगा पूरा ब्यौरा

आयोग अध्यक्ष ने कहा कि इस बार कुंभ मेले में कोई बच्चा गुम होता है और खोया पाया विभाग के पास आता है तो उसका पूरा ब्यौरा तैयार किया जाएगा। इसका फोटो मेला एरिया में लगायी जाने वाली टीवी स्क्रीन पर डिस्प्ले भी होगा। उन्होंने कहा कि सभी विभागों से लेकर एनजीओ तक की भूमिका बाल संरक्षण में अहम होगी। पुलिस की विशेष टीम इस पर निगरानी करेगी। मेला एरिया में 18 साल से कम उम्र का बच्चा श्रम करता मिलता है तो इसकी जिम्मेदारी श्रम विभाग की होगी।