VRINDAVAN (1 June, JNN): वृंदावन की भूमि पर द्वापर काल की घटनाएं फिर नजर आएंगी। हरे-भरे 12 वन होंगे, जिनमें घूमते हुए आपके सामने कभी अघासुर तो कभी वकासुर आएगा। तब आपको बचाने आएंगे श्रीकृष्ण। वह सामने ही राक्षस का वध करेंगे। ये कोई कृष्ण लीला का मंच नहीं होगा, बल्कि बेहतरीन तकनीक के इस्तेमाल से इनफिनिटी ग्रुप चंद्रोदय मंदिर के आसपास विकसित कर रहे कृत्रिम वनों में साकार करेगा।

सबसे ऊंचा है मंदिर

दुनिया का सबसे ऊंचा कृष्णा मंदिर वृंदावन में बनाया जा रहा है। चंद्रोदय मंदिर परिसर में ही इनफिनिटी ग्रुप द्वारा कृष्णभूमि के नाम से आवासीय प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है। बुधवार को प्रोजेक्ट की कुछ खूबियों पर चीफ मार्के¨टग ऑफिसर रविशंकर पांडेय ने प्रेसवार्ता में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इनफिनिटी ग्रुप ने आज तक जितनी भी इमारतें बनाई हैं, वह सभी ग्रीन बि¨ल्डग बन रही हैं मतलब ईको-फ्रेंडली, जिनमें ऊर्जा का कम इस्तेमाल होता है। पानी की रीसाइकि¨लग हो जाती है। दुनिया की सातवीं ग्रीन बि¨ल्डग इनफिनिटी ने बनाई। अब वृंदावन में कृष्ण भूमि प्रोजेक्ट के तहत संभवत: मंडल की पहली ग्रीन बि¨ल्डग बनाई जा रही है।

पूरा ध्यान प्रकृति पर

उन्होंने बताया कि हमारे ग्रुप का पूरा ध्यान प्रकृति पर रहता है। वृंदावन आने वाले श्रद्धालुओं को भी हम इस पावन भूमि के इतिहास से रूबरू कराना चाहते हैं। इसी सोच के साथ प्रोजेक्ट में 12 वन शामिल किए गए हैं, जो कभी वृंदावन में वास्तव में थे और अब अस्तित्व लगभग खो चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन वनों में 7-डी तकनीक से कृष्ण लीलाएं मंचित होंगी। वन में घूमते हुए अचानक कोई राक्षस आ जाएगा, कृष्ण उसका वध करेंगे। गोपियों की मटकियां फोड़ते कृष्ण नजर आ जाएंगे।

समय से पूरा होगा प्रोजेक्ट

ग्रुप के चीफ मार्के¨टग ऑफिसर रविशंकर पांडेय का कहना है कि कुछ लोगों में यह धारणा बन रही है कि हमारा प्रोजेक्ट समय से पूरा नहीं होगा। हो सकता है कि अब तक इस क्षेत्र में विकासकर्ताओं ने ऐसा किया हो। मगर, हमने अपने प्रोजेक्ट के लिए जो समय सीमा जिस काम के लिए निर्धारित की थी, काम उसी हिसाब से चल रहा है। वादे के मुताबिक, 2018 में गोवर्धन वास प्रथम चरण पूरा हो जाएगा। फ्लैट आवंटियों को दे दिए जाएंगे। 2020 में चंद्रोदय मंदिर का भी काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि हमारी साइट पर मजदूर ज्यादा नजर इसलिए नहीं आएंगे, क्योंकि हम बेहतरीन तकनीक के इस्तेमाल से काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम न्यूज लेटर के जरिए हर माह निर्माण की अपडेट स्थिति की जानकारी अपने ग्राहकों को देते हैं। अब जल्द ही 4-डी सॉफ्टवेयर लांच कर रहे हैं। हमारे ग्राहक अपने घर बैठे अपने द्वारा बुक कराए गए आवास के निर्माण की स्थिति जान सकेंगे।