- न तो पुलिस पहुंच रही है और न ही मजिस्ट्रेट

- सुरक्षा न मिलने के कारण नगर निगम ने भी खींचे हाथ

Meerut । इस बार चले अतिक्रमण हटाओ अभियान का हाल अप्रैल माह में चले अतिक्रमण हटाओ अभियान जैसा हो गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए न तो पुलिस पहुंच रही है और न ही मजिस्ट्रेट। लिहाजा नगर निगम ने भी अभियान से हाथ खींच लिए हैं।

कमिश्नर का आदेश, डीएम का प्लान शहर से अतिक्रमण हटाने के लिए कमिश्नर ने आदेश दिए थे। डीएम ने आदेश को जमीनी हकीकत पर लाने के लिए सभी विभागों की बैठक कर एक सप्ताह का प्लान बनाया था। प्रशासन की ओर से एक एसीएम भी नियुक्त किया था। साथ ही थाना क्षेत्र में अभियान चलना है उस क्षेत्र की पुलिस को भी साथ रहने के आदेश दिए थे। लेकिन दो दिन ही एसीएम फ‌र्स्ट राकेश और पुलिस आए।

अभियान की खानापूर्ति

प्रशासन, पुलिस व नगर निगम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान तो चलाया, केवल खानापूर्ति के लिए। अब देखिए ना आगे-आगे अतिक्रमण हटाते गए और पीछे-पीछे दोबारा से अतिक्रमण होता गया।

ठप हो गया अभियान

पिछले तीन दिन से मजिस्ट्रेट व पुलिस न पहुंचने के कारण अभियान नहीं चलाया गया है। नगर निगम की टीम अपने तय कार्यक्रम के अनुसार मौके पर पहुंची पर मजिस्ट्रेट व पुलिस न आने के कारण नगर निगम की टीम वापस आ गई।

पिछले तीन बार से न तो कोई मजिस्ट्रेट आ रहा है और न ही पुलिस। इसी कारण अभियान नहीं चलाया जा रहा है। आज भी मजिस्ट्रेट और ना पुलिस आई। जिसके कारण अभियान नहीं चलाया जा सका।

राजेश कुमार, अतिक्रमण प्रभारी नगर निगम