- यूपी बोर्ड परीक्षा के खौफ से परीक्षार्थियों ने अब तक नहीं लिया प्रवेश पत्र

- कैंपियरगंज व भटहट क्षेत्र के स्कूलों में आज भी प्रवेश पत्र के इंतजार में है प्रिंसिपल

GORAKHPUR:

बोर्ड परीक्षा को लेकर शासन व प्रशासन की सख्ती से नकल माफिया व नकलची दोनों दहशत में है। रोज नए आदेशों से अब केंद्र व्यवस्थापक और कक्ष निरीक्षकों को भी भय सताने का लगा है। खौफ इतना है कि कक्ष निरीक्षक अपनी ड्यूटी कटवाने के लिए डीआईओएस आफिस की दौड़ लगा रहे हैं। वहीं बार-बार स्कूल द्वारा बुलाए जाने के बावजूद 1.70 लाख में करीब 35 फीसदी से अधिक परीक्षार्थियों ने परीक्षा ही छोड़ दी है।

6 से शुरू हुई बोर्ड परीक्षा

बता दें, 6 फरवरी से शुरू हुए यूपी बोर्ड परीक्षा का खौफ इतना है कि परीक्षार्थियों ने परीक्षा में पहले ही दिन से अनुपस्थिति दर्ज करानी शुरू कर दी। आलम यह है कि शासन व प्रशासन के बार-बार नए नियम जारी होने से केंद्र व्यवस्थापक तक के भीतर डर समा गया है। वित्त पोषित इंटर कॉलेज का हाल यह है कि नकल कराने के एवज में पांच से छह हजार रुपए प्रति छात्र वसूलने के बाद भी परीक्षार्थी परीक्षा छोड़ चुके हैं। अब उन्हें आने वाले बोर्ड परीक्षा में सख्ती से स्कूल बंद करने जैसी नौबत नजर आ रही है।

स्कूल में पड़े हैं प्रवेश पत्र

वहीं कैंपियरगंज और भटहट क्षेत्र के कुछ प्रिंसिपल ने तो यहां तक कहा कि अधिकतर छात्रों के प्रवेश पत्र अभी भी विद्यालय में पड़े हुए हैं। उनकी सहूलियत के लिए आज भी वह प्रवेश पत्र सहेज कर रखे हुए हैं, लेकिन कोई परीक्षार्थी प्रवेश पत्र लेने नहीं आया। प्रिंसिपल ने कहा कि कहीं न कहीं इस बार नकल रोकने के लिए शासन व प्रशासन की ओर से की गई सख्ती का यह असर दिखाई दे रहा है।

प्रति दिन दो से चार हजार छोड़ रहे परीक्षा

राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में बनाए गए कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक, 10वीं व 12वीं में कुल 1,70,057 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे, लेकिन प्रति दिन 2-4 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं होने की रिपोर्ट आती है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि परीक्षार्थियों में बोर्ड परीक्षा की सख्ती इस कदर हावी है कि वे परीक्षा में पहले ही दिन से शामिल नहीं हो रहे हैं।

जिले भर में विद्यालयों की संख्या

1- सहायता प्राप्त इंटर कॉलेज - 117

2- राजकीय इंटर कॉलेज - 19

3- वित्त विहीन विद्यालय - 290

साल 2017-2018

10वीं में परीक्षार्थियों की संख्या - 93,483

12वीं में परीक्षार्थियों की संख्या - 76,574

10वीं व 12वीं में कुल परीक्षार्थियों की संख्या - 1,70,057

नोट । पिछले साल के अपेक्षा इस बार 7,601 परीक्षार्थी ज्यादा हैं

परीक्षा केंद्रों की संख्या- 196

पिछली बार - 248 और एक जेल

वर्जन

परीक्षार्थियों में बोर्ड परीक्षा का जबरदस्त खौफ है। किसी भी दशा में नकल माफियाओं और नकलचियों को छोड़ा नहीं जाएगा। नकल विहीन परीक्षा कराने का शासन का आदेश है। जिसका पालन किया जा रहा है।

ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस, गोरखपुर

Posted By: Inextlive