भारत के वो सात अनसुलझे मर्डर केस, जो उड़ा दें आपकी रातों की नींद
राजीव दीक्षित एक सच्चे देशभक्त थे। इनकी मौत के लिए दो कारणों को जिम्मेदार माना गया। कुछ लोगों ने कहा कि हार्टअटैक के कारण उनकी मौत हो गई, वहीं कुछ का कहना था कि उनको धीमी गति से मारने वाला जहर दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद भी इस बात की आखिर तक पुष्टि नहीं हो सकी। बता दें कि 43 वर्षीय राजीव दीक्षित एक सामाजिक कार्यकर्ता और भारतीय राष्ट्रवादी थे। 2001 में राजीव ने न्यूयॉर्क के ट्विन टावर्स पर हुए हमले और ऐसे ही दूसरे विषयों पर विवादास्पद राय बना रखी थी। राजीव ने अधिकारों को लेकर सरकार और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के खिलाफ एक मुहिम चलाई थी। इसी को लेकर उन्होंने अपने कई दुश्मन बना लिए थे। 30 नवंबर 2010 का वो दिन था, जब भारत स्वाभिमान यात्रा के दौरान वह छत्तीसगढ़ के भिलाई गांव में एक व्याख्यान दे रहे थे। यहीं पर उनकी अचानक हार्ट फेल होने से मौत हो गई थी।
2010 में सुनंदा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर से शादी कर ली। सुनंदा ने दो असफल शादियों के बाद ये तीसरी शादी की थी। उनकी इस प्रेम कहानी का अंत बेहद दर्दनाक हुआ। 17 जनवरी 2014 को नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में एक फाइव स्टार होटल में सुनंदा पुष्कर की लाश मिली। मौत के एक दिन पहले सुनंदा का टि्वटर पर पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से किसी बात पर झगड़ा हुआ। उनके उस ट्वीट से ऐसा लगा कि थरुर और मेहर के बीच अफेयर था। पहले तो इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि सुनंदा ने आत्महत्या की। उसके बाद एम्स के डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुनंदा के शरीर पर दर्जन चोटों के निशान की बात बताई। आखिर में डॉक्टर्स की टीम ने इस बात की पूरी तरह से पुष्टी कर दी कि उनकी मौत नैचुरल नहीं थी। ये हत्या थी। 10 अक्टूबर 2014 को एम्स की मेडिकल टीम ने जांच के बाद खुलासा किया कि सुनंदा पुष्कर की मौत जहर के कारण हुई थी। 6 जनवरी 2015 को दिल्ली पुलिस ने इस बात की घोषणा की कि सुनंदा पुष्कर की हत्या हुई थी, जिसके आरोप में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। अब तक उनकी मौत के जिम्मेदारों को सिर्फ ढूंढा जा रहा है।
रिज़वानुर रहमान के बारे में बता दें कि वह एक कंप्यूटर ग्राफिक्स ट्रेनर थे। रहमान 200 करोड़ रुपये के लक्स कोज़ी होज़री ब्रांड के मालिक अशोक तोडी की बेटी प्रियंका तोडी से प्यार करते थे। उसके बाद दोनों ने शादी कर ली थी। बताया गया कि अशोक तोडी इस शादी से बिल्कुल भी खुश नहीं थे। ऐसे में रिज़वानुर पर दबाव डाला गया। दबाव डालकर उन्होंने प्रियंका को अपने घर बुला लिया और उसको रिज़वानुर से बात तक करने से भी मना कर दिया। 21 सितंबर 2007 का वो दिन था जब रिज़वानुर के मृत शरीर को कोलकाता के एक रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया। इस घटना को बेहद सफाई के साथ आत्महत्या का एक मामला करार दे दिया गया, लेकिन पुलिस को जो सबूत मिले उसने इस घटना को आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या बताया। मीडिया ने भी इस मामले को काफी जोरदार तरीके से उठाया था। मई 2010 में कोलकाता उच्च न्यायालय ने रिज़वानुर के भाई रुकबानुर रहमान की याचिका पर CBI से कार्रवाई करने को कहा। रिज़वानुर को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने में तोडी, उनके दो रिश्तेदार और चार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया था। मामला अभी भी जांच के तहत लटका हुआ है।Interesting Newsinextlive fromInteresting News Desk