पाकिस्तान के एक शहर में पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान कुछ हथियारबंद लोगों ने अलग -अलग जगहों पर सात पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारा दिया। हमलावर मोटरसाइकिल से आए थे और हत्‍या को अंजाम देने के बाद भाग निकले। पुलिस ने इलाके की नाकाबंदी कर दी है लेकिन अभी तक हमलावरों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान ही दुनिया के दो देश हैं जहां पोलियो जैसी महामारी अभी बाकी है।


पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान हुआ हमलाबंदरगाह शहर कराची में पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान हथियारंबद लोगों ने दो अलग-अलग स्थानों पर हमला करके सात पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया। कराची पुलिस ने बताया कि ओरांगी में पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान हुए हमले में चार पुलिसकर्मी मारे गए है। जबकि इसी क्षेत्र में हुए एक अन्य हमले में तीन अन्य पुलिसकर्मी भी मारे गए। पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि चार मोटारसाइकिलों पर आठ हमलावर सवार थे। हमलावरों ने पुलिसकर्मियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की


पुलिस ने बताया कि पहले हमलावरों ने पुलिस मोबाइल वैन पर हमला किया। वैन में चार पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात थे। पुलिस वैन पर हमला होता देख पुलिस कर्मियों ने वहां से भागने की कोशिश की तो हमलावरों ने पुलिसकर्मियों पर भी गोलियां चलाईं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्यारे वास्तव में पुलिसकर्मियों को निशाना बना रहे थे। पोलियो कार्यकर्ताओं को नहीं। पहले हमले के दौरान पोलियो कार्यकर्ता भी वहां मौजूद थे। टीकाकरण कार्यक्रम आज ही शुरू हुआ है। पहले भी हो चुके है हमले

पाकिस्तान में पोलियो कार्यकर्ता हमेशा तालिबान आतंकवादियों सहित कट्टरपंथियों के निशाने पर रहे हैं। तालिबानी आतंकवादी और कट्टरपंथियों का दावा है कि पोलियो अभियान मुसलमानों के बंध्याकरण की साजिश है। इसी सोच के चलते तीन माह पहले क्वेटा में पोलियो कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर आत्मघाती हमला किया गया था। उस हमले में 12 पुलिसकर्मियों और एक अर्धसैनिक जवान सहित कुल 15 लोगों की मौत हो गई थी।

Posted By: Prabha Punj Mishra