भारत एक ऐसा देश है जहां लोग चमत्‍कार को नमस्‍कार करते हैं। यहां पर कई धर्मो के लोग बड़ी सरलता और शांति के साथ रहते है। इस देश में मंदिर मस्जिद और गिरजाघर हर मोड़ पर मिलते हैं। इनमें कु्छ अपनी अनोखी छवि के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध हैं। लोग यहां आकर अपनी मन्‍नते और मुरादें कहते हैं। हम बात कर रहे हैं एक ऐसी ही दरगाह की जो सैकड़ो वर्ष पुरानी है।


800 साल पुरानी है दरगाहमहाराष्ट्र के पुणे से महज कुछ दूरी पर है शिवपुर। इस शिवपुर में एक दरगाह है कहतें है की यह दरगाह तकरीबन 800 साल पहले एक अखाड़ा हुआ करता था। इसी जगह पर पहलवानों की टोली इकठ्ठा होती और वर्जिश करती थी। लेकिन वर्जिश के बाद यहां के कुछ पहलवान एक सूफी संत जिनका नाम कमर अली का उपहास उड़ाया करते थे। कुछ मंदिरों मस्जिदों का निर्माण आज के दौर में हुआ है तो कुछ इतने पुराने हैं की उनके बारें में जानकरी नही मिलती है। कुछ चमत्कार के लिए जाने जाते हैं। तो कुछ मंदिर मस्जिद अपनी आस्था के कारण काफी लोकप्रिय बन जाते हैं।उपहास करने पर सूफी संत ने फूंका था मंत्र
कहतें हैं पहलवानों के उपहास के कारण सूफी संत कमर अली को काफी नाराज हुए। उन्होंने 70 किलो के पत्थर में मंत्र फूंक दिया। मंत्र फूकने के बाद से इस पत्थर को अब तक कोई अकेला शख्स नही उठा सका है। उसके बाद कई लोगों ने भरसक कोशिश की लेकिन अकेल एक आदमी के बस में नही था की वो इस पत्थर को टस से मस कर सके। सूफी संत कमर अली का नाम लेने के बाद इस पत्थर को सिर्फ 11 लोग अपनी एक उंगली के सहारे उठा के हवा में उछाल देते हैं। कहतें हैं आज भी अपने आप में यह किसी रहस्य से कम नहीं है।

Posted By: Prabha Punj Mishra