मुंबई हमलों के इर्द गिर्द सैफ़ अली ख़ान और कटरीना कैफ़ की फ़िल्म 'फ़ैंटम' का एक डायलॉग है “ये लोग कितना भी अटैक करें हम लोग तो कुछ भी नहीं करते सर बस क्रिकेट खेलना बंद कर देते हैं।”


और स्क्रीन पर दिखते हैं हाफ़िज़ सईद, डेविड कोलमैन हेडली नाम के किरदार।हाफ़िज सईद ने तो ट्रेलर देखते ही ट्वीट कर फ़िल्म पर हमला बोल दिया था। फ़िल्म 'फैंटम' पर पाकिस्तान में पाबंदी लग चुकी है।वैसे जिसने भी इसका ट्रेलर देखा है, वो अंदाज़ा लगा सकता था कि पाकिस्तान में इसका रिलीज़ होना ज़रा मुश्किल था।वैसे पिछले महीने की ही बात है जब भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रूस के उफ़ा में मिले, हाथ मिलाए, दोनों देशों की ओर से साझा बयान आया।उफ़ा के आसपास के दिनों के ख़ुशनुमा माहौल के उन्हीं दिनों में रिलीज़ हुई 'बजरंगी भाईजान'।पढ़ें विस्तार से'बैंगिस्तान' जुलाई 2015 में रिलीज़ हुई पर पाकिस्तान में नहीं।कहा गया फ़िल्म इस्लाम और पाकिस्तान विरोधी है।
फ़िल्म में काम करने वाले रितेश देशमुख ने पाकिस्तान के संबंधित मंत्रालय से गुज़ारिश भी की थी कि वो फ़िल्म देखें, पर नतीजा सिफ़र रहा।एक था टाइगरसैफ़ अली खान 'एजेंट विनोद' बनकर पहले भी पाकिस्तानी पाबंदी की मार झेल चुके हैं।फिल्म में पाकिस्तान और आईएसआई का नाम आने से 'एजेंट विनोद' रिलीज़ से पहले बैन कर दी गई थी।भाग मिल्खा भाग


विद्या बालन की ए सर्टिफ़िकेट वाली 'द डर्टी पिक्चर' पाकिस्तान सेंसर बोर्ड को कुछ बहुत डर्टी साबित लगी।बोल्ड कंटेंट का हवाला देते हुए फ़िल्म को पाकिस्तान में रिलीज़ करने की अनुमति नहीं मिली।तेरे बिन लादेनवैसे तो ये व्यंग्य वाली फ़िल्म थी, पर ओसामा बिन लादेन और पाकिस्तान के ज़िक्र का मतलब था फ़िल्म का बैन होना।फिर चाहे इसमें हीरो पाकिस्तान के ही अली फ़ज़ल थे।रांझणाकिंग खान की फ़िल्म पाकिस्तान में बैन तो नहीं हुई, लेकिन इसे ईद के मौक़े पर पाकिस्तान में रिलीज़ नहीं होने दिया गया।क्योंकि कई पाकिस्तानी फ़िल्में रिलीज़ के लिए तैयार थीं।इसलिए इसकी टाल दी गई।

Posted By: Satyendra Kumar Singh