आस्‍था और भक्‍ति बिना शक आपकी श्रद्धा पर र्निभर है और इस पर कमेंट करने का किसी को काई अधिकार नहीं है। इसके बावजूद कुछ मान्‍यतायें आपको हैरान जरूर करती हैं और कहीं ना कहीं ये सवाल भी उठाती है कि क्‍या वास्‍तव में ये ईश्‍वर की भक्‍ति का ही स्‍वरूप हैं। आइये आज हम आपको एक ऐसी ही प्रथा के बारे में बताते हैं जो रास्‍थान के भीलवाड़ा के दक्षिणी इलाके में बने एक मंदिर में प्रचलित है।

झाड़ फूंक के नाम पर अनोखी प्रथा
राजस्थान के भीलवाड़ा इलाके के दक्षिण में एक गांव में बैंकया माता का मंदिर है। यहां पर एक अनोखी प्रथा प्रचलित है जिसे सुन कर आप शॉक्ड हुए बिना नहीं रह सकेंगे। इस मंदिर में महिलाओं को इलाज के लिए लाया जाता है और तंत्र मंत्र द्वारा उनको ठीक किया जाता है। झाड़ फूंक करने वालों को भोपा कहा जाता है। ये भोपा महिलाओं को उनके जूते सर पर रखने और मुंह में दबाने को कहते हैं। इसके अलावा इन महिलाओं को मंदिर में मौजूद तालाब में उतर कर इन्हीं जूतों में पानी पीने के लिए भी कहा जाता है।

परिवार वाले ही लाते हैं महिलाओं को
जानकारों ने बताया कि इन महिलाओं को उनके परिवार वाले ही इलाज के लिए यहां लाते हैं। ये महिलायें मानसिक रोगों से ग्रस्त होती हैं और आसपास के गांवो के रहने वाले शिक्षा और अन्य सुविधओं के आभाव के चलते महिलाओं को मानसिक रोगों के डाक्टर के पास जाने के स्थान पर इस मंदिर में लेकर आते हैं। जहां इनके साथ ये अमानवीय तरीके का कार्य इलाज के नाम पर किया जाता है।

Weird News inextlive from Odd News Desk

Posted By: Molly Seth