अपने राष्ट्रपत्नी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अब सफाई दी है। उनका कहना है कि जबान फिसलने के कारण ऐसा हुआ। उनका किसी को अपमानित करने का इरादा नहीं था।

नई दिल्ली (पीटीआई)। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को कहा कि उनकी जबान फिसल गई थी जिसके चलते उन्होंने राष्ट्रपति को 'राष्ट्रपत्नी' कह दिया। चौधरी ने कहा कि इस शब्द का इस्तेमाल केवल एक बार गलती से किया गया था और उनका कभी भी राष्ट्रपति के प्रति अनादर का इरादा नहीं था, चौधरी ने कहा कि भाजपा ने संसद के दोनों सदनों को रोक दिया और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से देश से माफी मांगने को कहा।

मैंने अनजाने में कह दिया
चौधरी ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, “मैंने अनजाने में सिर्फ एक बार 'राष्ट्रपत्नी' शब्द का इस्तेमाल किया और मेरी जुबान फिसल गई थी। मेरा मतलब कभी भी राष्ट्रपति का अनादर नहीं था। अब मुझे क्या करना चाहिए? मैंने यह कहा और महसूस किया कि मैंने गलत शब्द कहा है। मैंने उन मीडियाकर्मियों की भी तलाश की, जिनसे मैंने यह कहा था। उनसे इस पर ध्यान केंद्रित न करने का अनुरोध करने के लिए। हालांकि, मैं उन्हें नहीं ढूंढ सका।'

जानबूझकर तिल का पहाड़ बना रहे
कांग्रेस नेता ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी के कुछ सदस्य "जानबूझकर एक तिल के पहाड़ को बनाने की कोशिश कर रहे हैं"। उन्होंने कहा कि माफी मांगने का कोई सवाल ही नहीं है। बाद में एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि भारत के राष्ट्रपति, चाहे वह ब्राह्मण हों या आदिवासी, सभी का सम्मान करते हैं। चौधरी के अनुसार, भाजपा के पास पार्टी पर कुछ भी नहीं है और वह इसके खिलाफ "मसाला" ढूंढ रही है। चौधरी ने कहा, "मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है... देश की सर्वोच्च कुर्सी को नीचा दिखाने का मेरा कतई इरादा नहीं है।"

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari