अफग‍ानिस्‍तान के पूर्वी कुनार इलाके में बुधवार को अमेरिकी ड्रोन हमले में तहरीक-ए-तालिबान टीटीपी के 20 आतंकी और उनके प्रशिक्षक मारे गए। बताया जा रहा है कि प्रतिबंधित टीटीपी के आतंकी पाक सीमा से सटे कुनार के पर्वतीय शल्‍टन क्षेत्र में ट्रेनिंग कैंप चला रहे थे।


हमले में 20 आतंकी ढ़ेरदरअसल, अफगानिस्तान में बुधवार को अमेरिकी ड्रोन ने आतंकियों के ट्रेनिंग शिविर पर पांच मिसाइल दागे, जहां आतंकी नियमित प्रशिक्षण के लिए मौजूद थे। इस हमले में तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के 20 आतंकी और उनके प्रशिक्षक ढ़ेर हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रतिबंधित टीटीपी के आतंकी पाक सीमा से सटे कुनार के पर्वतीय शल्टन क्षेत्र में प्रशिक्षिण शिविर चला रहे थे, तभी अमेरिकी ड्रोन ने उनपर हमला बोल दिया और इस हमले में टीटीपी के सदस्यों के साथ उसके प्रमुख फैजुल्ला का बेटा अब्दुल्ला भी मारा गया।  जापान में ज्वालामुखी विस्फोट, हजारों मीटर आसमान में धुंए और धूल के बादल से दर्जनों उड़ानें रदविनाशकारी हमला
अमेरिकी ड्रोन के इस स्ट्राइक को विनाशकारी हमला बताया जा रहा है। क्योंकि इस हमले से टीटीपी को भारी नुकसानों का सामना करना पड़ा है। बता दें कि इस हमले में टीटीपी प्रमुख फैजुल्ला के बेटे अब्दुल्ला के साथ टीटीपी के एक सीनियर कमांडर यासिन के मारे जाने का अनुमान है। एक महीनें में दूसरी बार हमला


बता दें कि एक महीने से भी कम समय के भीतर यह इस तरह का दूसरा हमला है, जब टीटीपी आतंकी ड्रोन हमले का शिकार हुए हैं। पिछले महीने जब पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर के आतंकी ठिकानों पर ड्रोन से हमले किया गया तो तीन आतंकी मारे गए थे। उस हमले में इस आतंकी संगठन का प्रमुख भी मारा गया था। ये है आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को पाकिस्तानी तालिबान भी कहते हैं, यह पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा के पास स्थित संघ-शासित जनजातीय क्षेत्र से उभरने वाले चरमपंथी उग्रवादी गुटों का एक संगठन है। यह अफ़ग़ानिस्तान की तालिबान से अलग है हालांकि उनकी विचारधाराओं से काफ़ी हद तक सहमत है। इनका मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान में शरिया पर आधारित एक कट्टरपंथी इस्लामी अमीरात को क़ायम करना है।

Posted By: Mukul Kumar