एयर इंडिया के चालक दल के करीब 125 सदस्यों की फ्लाइंग ड्यूटी पर अब संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कहा जा रहा है कि एयरहोस्‍टेस समेत इन 125 कर्मचारियों को एयरइंडिया फ्लाइंग ड्यूटी से निकालने जा रहा है। कंपनी का कहना है कि इन सदस्‍यों का वजन काफी ज्‍यादा है जो कि विमानन नियामक DGCA द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरुप नहीं है।


वॉलेंटरी रिटायरमेंट ऑफरजानकारी के मुताबिक एयर इंडिया के चालक दल के करीब 125 सदस्यों की नौकरी खतरे में हैं। इन्हें एयरइंडिया कभी बाहर का रास्ता दिखा सकती है। इसके पीछे की वजह सिर्फ इतनी है कि इन कर्मचारियों का वजन काफी ज्यादा है। जो कि विमानन नियामक (DGCA) द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरुप नहीं है। ऐसे में कंपनी ने कुछ सदस्यों को ग्राउंड ड्यूटी तो कुछ को वॉलेंटरी रिटायरमेंट ऑफर देने की तैयारी में हैं। कंपनी का कहना है कि डीजीसीए के नियमों के मुताबिक पुरुष चालकों का का  बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 18-25 और महिलाओं का 18-22 होना चाहिए। जिसमें पुरूष सदस्य का बीएमआई 25-29.9 बीएमआई होने पर उसे अधिक वजन का जबकि 30 या उससे अधिक होने पर मोटा माना जाता है। वहीं महिलाओं में 22-27 को अधिक वजन वाला जबकि 27 से अधिक को मोटा माना जाता है। बीएमआई बनाने में नाकाम
जिससे अब वर्तमान में एयरइंडिया में ऐसे लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। वहीं एयर इंडिया का कहना है कर्मचारियों को वजन कम करने का समय भी दिया गया था। जिसमें राष्ट्रीय विमान सेवा ने करीब 1 साल पहले चालक दल के ज्यादा वजन वाले सदस्यों को वार्न करते हुए मेनटेन करने को कहा था। जिसमें करीब 600 सदस्यों शामिल थे, लेकिन इन 125 लोगों को सफलता नहीं मिली है। इन 600 लोगों में एयर होस्टेसों समेत करीब 125 लोग निर्धारित अवधि में जरूरी बॉडी मास इंडेक्स बनाए रखने में नाकाम रहे। अब उन्हें फ्लाइंग ड्यूटी से स्थायी रूप से हटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। वहीं अब एयरइंडिया के इस फैसले से ये कर्मचारी काफी परेशान हैं।

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Posted By: Shweta Mishra