उत्तर प्रदेश की राजधानी में नागरिकता संशोधन कानून में पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव की बेटी टीना यादव भी उतर गई है। उसकी एक सेल्फी फोटो वायरल हो रही है। हालांकि समाजवादी पार्टी का कहना है कि वह क्लॉक टॉवर सिर्फ टहलने गई थी।

लखनऊ (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इन दिनों नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। लखनऊ के ऐतिहासिक हुसैनाबाद घंटाघर पर हो रहे प्रर्दशन में यूपी के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव की बेटी टीना यादव शामिल हो गई हैं। अखिलेश यादव की 14 वर्षीय बेटी टीना यादव को सीएए विरोधी रैली में भाग लेते देखा गया है। रविवार को टीना यादव भी अपने दोस्तों के साथ क्लॉक टॉवर पहुंची। यहां पर उन्होंने नागरिकता कानूनों के विरोध में धरने पर बैठी महिलाओं से बातचीत की। पूर्व सीएम की बेटी टीना अभी इतनी फेमस नहीं है। इसलिए किसी ने वहां पर उसके माैजूद होने पर ध्यान नहीं दिया।

#TinaYadav, the 14-year-old daughter of #SamajwadiParty chief #AkhileshYadav, was seen participating in an anti-CAA rally in #Lucknow a few days back.
Photo: IANS pic.twitter.com/N4t2llJQdH

— IANS Tweets (@ians_india) January 21, 2020


टीना के दोस्त विरोध प्रदर्शन का हिस्सा
हालांकि मंगलवार को जब उसकी फोटो वायरल हुई तो यह मामला सामने आया। सूत्रों का कहना है कि टीना के कुछ दोस्त विरोध प्रदर्शन का हिस्सा हैं। इसलिए वह उनसे मिलने गई थीं और कुछ समय उनके साथ बैठी भी थीं। वहीं टीना यादव के इस विरोध में शामिल होने और उसकी फोटो वायरल होने के बाद समाजवादी पार्टी का बयान सामने आया है। इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक समाजवादी पार्टी का कहना है कि टीना यादव क्लॉक टॉवर पर टहलने गई थीं जो पूर्व सीएम अखिलेश यादव के घर के करीब है। इस दाैरान किसी ने उसके साथ सेल्फी क्लिक की है।
तीन दिन से घंटाघर में सैकड़ों लोग जुटे
सीएए और एनआरसी के विरोध में राजधानी में तीन दिन से ठाकुरगंज के घंटाघर में सैकड़ों लोग जुटे। इसमें महिला और बच्चे शामिल है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की वीडियो व फोटो खींचकर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर राजधानी पुलिस के खिलाफ अभियान चला दिया। सोमवार को ठाकुरगंज थाने में तीन अलग-अलग एफआईआर और दर्ज की गई है। शायर मुनव्वर राना की दो बेटियों समेत डेढ़ सौ लोगों के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस लोगों को प्रदर्शन खत्म करने की अपील कर रही है लेकिन प्रदर्शनकारी प्रशासन की बात सुनने को तैयार नहीं है।

Posted By: Shweta Mishra