-बैंकों की हड़ताल के पहले दिन लोगों को हुई परेशानी

-कर्मचारियों ने किया जोरदार प्रदर्शन, आज भी बंद रहेंगे बैंक

PRAYAGRAJ: बैंकों की हड़ताल के दौरान कैश की जरूरत है तो भटकने की जरूरत नहीं है। इंडिपेंडेंट एटीएम में कैश नहीं मिलने की आम समस्या है, इसलिए आप बैंकों की शाखाओं पर लगे एटीएम से आसानी से पैसे निकाल सकते हैं। क्योंकि, हड़ताल के पीरियड में भी इस एटीएम में कैश डालने का दबाव वेंडर पर रहता है। बैंक अधिकारियों का भी कहना है कि कैश को लेकर आम जनता को बहुत अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है। जबकि इंटीरियर के एटीएम एक बार आपको निराश कर सकते हैं।

अब सोमवार को क्लीयर होंगे चेक

कर्मचारियों व अधिकारियों के दो दिवसीय हड़ताल पर चले जाने से बैंकों में लगाए गए करोडों के चेक फंसे हुए हैं। अब यह सोमवार को ही क्लीयर हो सकेंगे। ऐसे में सरकारी व प्राइवेट विभागों और व्यापारियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस बीच युनाइटेड बैंक ऑफ इंडियन एम्प्लाइज यूपी के बैनर तले कर्मचारियों ने अल्लापुर शाखा पर प्रदर्शन किया। युनाइटेड बैंक के महामंत्री एसपी शर्मा ने कहा कि बैंकों का विस्तार जरूरी है न कि एकीकरण या विलय। वेतन समझौता लागू नहीं होने पर बैंक कर्मचारी 11, 12 और 13 मार्च को हड़ताल पर रहेंगे। एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल होगी। सभा में जय प्रकाश, कमलापति अभिजीत त्रिपाठी, भोलानाथ गुप्ता, अंकित यादव, नीरज आदि उपस्थित रहे।

मेन ब्रांच पर किया प्रदर्शन

यूएफबीयू के आह्वान पर स्टेट बैंक की मेन ब्रांच पर भी कर्मचारी एकत्रित हुए। प्रदर्शन की अध्यक्षता विमल कुमार ने की। नेतृत्व सहायक महामंत्री अनूप टिग्गा ने किया। कामरेड अश्विनी पांडेय ने सरकार से पांच सूत्रीय मांगों को दोहराया। कामरेड मनींद्र शुक्ला ने कर्मचारियों से कहा कि अपनी मांगों को लेकर लंबी लड़ाई के लिए हमें एक होकर रहना है। इसी क्रम में सिविल लाइंस सेंट्रल बैंक पर भी कर्मचारी एकत्र हुए।

यह हैं मांगें

-वेतन समझौता लागू करना।

-पांच दिवसीय बैंकिंग लागू करना।

-स्पेशल एलाउंस को बेसिक पे पर मर्ज करना।

-अधिकारियों के काम के घंटे लागू करना।

-पारिवारिक पेंशन रिवाइज करना।

-बैंकों के विलय की योजनाएं रोकी जाएं।

Posted By: Inextlive