-यूनिवर्सिटी में सभी कामकाज दो घंटे के लिए ठप

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में नए सेशन (2014-15भ्) के शुभारंभ में अपशकुन होता नजर आ रहा है। यूनिवर्सिटी को क्ख् जुलाई से ओपन होना है। लेकिन, इससे पहले ही आंदोलन की शुरुआत होती नजर आ रही है। इसकी शुरुआत यूनिवर्सिटी और पत्राचार पाठयक्रम एवं सतत शिक्षा संस्थान के कर्मचारियों ने कर दी है।

थर्ड और फोर्थ क्लास दोनों शामिल

एयू में वेडनसडे से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी शिक्षणेत्तर कर्मचारी संयुक्त परिषद ने आन्दोलन की शुरुआत कर दी है। इस दौरान मार्निग में क्0 से क्ख् के बीच दो घंटे के लिए इम्प्लाईज ने पूरी यूनिवर्सिटी की व्यवस्था को पटरी से उतार दिया और सभी जगहों पर ताले जड़ दिए। इसमें थर्ड और फोर्थ क्लास दोनों ही प्रकार के इम्प्लाई शामिल रहे। बता दें कि क्म् जुलाई से बंद चल रही यूनिवर्सिटी में केवल टीचिंग का ही कार्य बंद चल रहा है। बाकी नॉन टीचिंग स्टॉफ के लिए यह अवकाश घोषित नहीं था।

स्टूडेंट्स की हुई फजीहत

एयू एडमिनिस्ट्रेशन से नाराज इम्प्लाईज ने सेंट्रल लाईब्रेरी को भी बंद करके उसपर ताला जड़ दिया। जिससे सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स लाइब्रेरी में अध्ययन नहीं कर सके और उन्हें अच्छी खासी फजीहत का सामना करना पड़ा। कर्मचारी दैनिक वेतन एवं संविदा कर्मचारियों के समायोजन, मृतक आश्रितों की नियुक्ति, कर्मचारियों की प्रोन्नति, संविदा कर्मियों के वेतन भुगतान आदि की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन में डॉ। संतोष सहाय, मुस्ताक अहमद, अशर्फीलाल गौड़, मोहन चन्द्र, अनिल सिंह आदि शामिल रहे। कर्मचारियों ने मांग न पूरी होने पर आठ जुलाई के बाद से अनिश्चितकालीन अनशन की चेतावनी दी है। थर्सडे को भी प्रदर्शन जारी रहेगा।

वेतन व समायोजन की मांग

उधर, पत्राचार पाठ्यक्रम एवं सतत शिक्षा संस्थान कर्मियों ने भी हर रोज की तरह रजिस्ट्रार कार्यालय पर प्रदर्शन जारी रखा। पत्राचारकर्मी लगातार खुद के समायोजन और बकाया वेतन की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन में रामानुज सिंह, अखिलेश त्रिपाठी, धीरेन्द्र सिंह, भृगुनाथ पांडेय, जगन्नाथ सिंह, महेन्द्र सिंह, सुधाकर पाठक, सुभाष श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।

Posted By: Inextlive