39 बच्चे रह रहे हैं फिलहाल खुल्दाबाद अनाथालय में

20 कुल बच्चों को गोद लिया गया अप्रैल से नवंबर के बीच

14 बच्चे विदेशियों द्वारा गोद लिए गए पिछले ढाई साल में

-ढाई साल में प्रयागराज से दो दर्जन से अधिक बच्चे लिए गए गोद

-बड़ी संख्या में पेंडिंग हैं आवेदन, 17 शहरों का नोडल है प्रयागराज का अनाथालय

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PRAYAGRAJ: अपनों के प्यार से महरूम अनाथ अब इससे महरूम नहीं रहेंगे। विदेशियों ने भारतीय बच्चों को गोद लेने की ललक दिखाई है। प्रयागराज अनाथालय से अभी तक दो दर्जन बच्चों को गोद लिया गया है। इन्हें गोद लेने वाले दुनिया के अलग-अलग देशों के निवासी हैं। पूरी जांच-पड़ताल के बाद इन बच्चों को विदेशी दंपतियों को सौंपा गया है। कई आवेदन अभी भी पेंडिंग हैं। फिलहाल, स्थानीय अनाथालय में रह रहे बच्चों की किस्मत उन्हे फर्श से अर्श पर ले जा सकती है।

छह माह में तीन की खुली किस्मत

खुल्दाबाद स्थित अनाथालय में इस समय 39 बच्चे रह रहे हैं। इनमें से बीस बच्चे अप्रैल से नवंबर के बीच गोद लिए गए हैं। कुछ बच्चियों को विदेशियों ने गोद लिया है। हर्षिता को वर्जीनिया के रहने वाले स्कॉट शेफर्ड, डॉली को यूएस के आटेल बरब्रिज और परमिता को स्पेन के रहने वाले रुपेन अडवार्डो ने अपनाया है। यह तीनों दंपति आर्थिक रूप से सक्षम हैं। इन्होंने लंबे समय से अप्लाई कर रखा था। नंबर आने पर इन्हें मौका मिला।

यूएस गए सबसे ज्यादा

पिछले ढाई साल में यहां से कुल चौदह बच्चे विदेश में गोद लिए गए हैं। इनमें तीन ब्वॉयज और 11 ग‌र्ल्स हैं। इन बच्चों के नाम सोनिया, निशा, प्रगति, तन्या, कनिका, मुकेश, गुंजन, रमेश, पायल, सोनम, कृष्णा, हर्षिता, परमिता हैं। इन सभी की उम्र पांच साल से कम है। सबसे अहम कि पांच बच्चे यूएसए गए हैं। जानकारी के मुताबिक पूरे यूपी में गोद लेने वालों की वेटिंग 500 है। प्रयागराज में 39 बच्चे हैं जिन्हें क्षमता से कम क्षमता वाले अनाथालय में रखा गया है। यहां केवल दस बच्चों के रहने की कैपिसिटी है। यूपी के कुल 17 जिलों के बच्चों को प्रयागराज के अनाथालय में भेजा जाता है।

यह भी हैं विदेशियों के आने का रीजन

एक्सप‌र्ट्स बताते हैं कि भारतीय बच्चों को गोद लेने में अन्य देशों की अपेक्षा कम फीस देनी पड़ती है। 500 डॉलर के आसपास जमा करने के बाद बच्चा गोद लिया जा सकता है। दूसरा अहम रीजन यह है कि फॉरेन में महिलाएं मातृत्व सुख तो चाहती हैं लेकिन फिजिकली मां नहीं बनना चाहती हैं।

ऐसे करते हैं अप्लाई

विदेशी कपल्स अपना आवेदन कारा यानी सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स एजेंसी के जरिए ऑनलाइन करती हैं।

पिछले कुछ समय से फारेन कंट्रीज से गोद लेने के अधिक आवेदन हो रहे हैं। जिसमें हमारे प्रयागराज से भी 14 बच्चे गए हैं। यह एक अच्छा कदम है। इन अनाथ बच्चों को एक अच्छा माहौल और अच्छी परवरिश मिलेगी। गोद दिए जाने वाले बच्चों का फॉलोअप भी किया जाता है।

-पंकज मिश्रा, जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रयागराज

Posted By: Inextlive