Punjab Congress Crisis: विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस में मची कलह के बीच नवजोत सिंह ने बुधवार को पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की। इस बात की जानकारी खुद सिद्धू ने ट्वीट कर दी है। सिद्धू से मुलाकात के बाद प्रियंका कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर गईं और उनसे 40-45 मिनट तक मुलाकात की।

नई दिल्ली (एएनआई)। पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले कांग्रेस की राज्य इकाई में दरार तेज हो गई है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को जहां पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की, वहीं पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन (सेवानिवृत्त) अमरिंदर सिंह से मुलाकात नहीं की, जो हाल ही में तीन दिनों के लिए दिल्ली में थे। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने स्पष्ट किया कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिलने के लिए समय नहीं मांगा था। हालांकि मुख्यमंत्री कैप्टन (सेवानिवृत्त) अमरिंदर सिंह ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पैनल से मुलाकात की थी, जिसे राज्य इकाई में गुटबाजी को खत्म करने का काम सौंपा गया था।

Had a long meeting with @priyankagandhi Ji 🙏🏼 pic.twitter.com/Wd4FYXFrhr

— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) June 30, 2021


बैठक पार्टी की पंजाब इकाई में संकट के बीच हुई
प्रियंका गांधी ने आज सुबह नवजोत सिंह सिद्धू से अपने आवास पर मुलाकात की। इस बात की जानकारी खुद सिद्धू ने ट्वीट कर दी। सूत्रों के मुताबिक यह बैठक पार्टी की पंजाब इकाई में संकट के बीच हुई है। नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात के बाद प्रियंका कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर गईं और उनसे 40-45 मिनट तक मुलाकात की। केरल के वायनाड के सांसद से मुलाकात के बाद प्रियंका अपने आवास लौट गईं और फिर सिद्धू से मुलाकात की। आज की बैठक तब भी हो रही है जब पार्टी राज्य इकाई में बगावत की बड़बड़ाहट से जूझ रही है। इससे पहले एआईसीसी पैनल ने पंजाब संकट पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को जमीनी हकीकत और सुझावों के साथ रिपोर्ट सौंपी थी, जब पैनल के सदस्यों ने पंजाब के सीएम से मुलाकात की थी।
पार्टी को मजबूत करने के लिए निर्णय लिए गए
प्रदेश इकाई में गुटबाजी को संबोधित करने के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया था। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने पंजाब कांग्रेस के विधायकों, सांसदों और प्रदेश के पीसीसी चीफ सुनील जाखड़ समेत अन्य अहम नेताओं के साथ बैठकें की हैं। शुक्रवार को एक बैठक में शामिल होने राहुल गांधी के आवास पहुंचे नेताओं में विजेंद्र सिंगला, राणा गुरजीत सिंह, राज्यसभा सांसद शमशेर सिंह ढिल्लों और विधायक लखवीर सिंह शामिल थे। राज्यसभा सांसद शमशेर सिंह ढिल्लों ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा था कि पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह को हल करने के लिए बैठक की गई थी और कहा कि राज्य में आगामी चुनावों में पार्टी को मजबूत करने के लिए निर्णय लिए गए थे।
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की
प्रियंका गांधी ने बुधवार को दिल्ली में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़, पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और हरीश रावत सहित कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव को कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह उन कुछ राज्यों में से एक है जहां पार्टी अभी भी सत्ता में है। 2017 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया और 10 साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया। आम आदमी पार्टी 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 20 सीटों पर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) केवल 15 सीटें ही जीत सका जबकि भाजपा को 3 सीटें मिलीं।

Posted By: Shweta Mishra