-कई साल से पेंडिंग है प्लान साइबर थाना हो गया शुरू -ह्यूमन ट्रैफिकिंग के लिए महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है गोरखपुर GORAKHPUR: नेपाल बार्डर से सटे गोरखपुर में एंटी ह्यूमन ट्र्रैफिकिंग थाना का निर्माण चार साल बाद नहीं हो सका. भूमि के अभाव में बिल्डिंग का निर्माण न होने से एएचटीयू में तैनात पुलिस

-कई साल से पेंडिंग है प्लान, साइबर थाना हो गया शुरू

-ह्यूमन ट्रैफिकिंग के लिए महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है गोरखपुर

GORAKHPUR:

नेपाल बार्डर से सटे गोरखपुर में एंटी ह्यूमन ट्र्रैफिकिंग थाना का निर्माण चार साल बाद नहीं हो सका। भूमि के अभाव में बिल्डिंग का निर्माण न होने से एएचटीयू में तैनात पुलिस कर्मचारी जहां-तहां भटक रहे हैं। सड़क निर्माण के कारण ट्रैफिक कार्यालय के पास बना दो कमरों का ऑफिस भी टूट गया। एसएसपी ने कहा कि थाना बनाने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द काम पूरा करा ि1लया जाएगा।

चार साल में प्रक्रिया पूरी नहीं

2016 में प्रदेश के 23 जिलों में मानव तस्करी की रोकथाम के लिए एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स को थाने का दर्जा दे दिया गया था। इनमें मुजफ्फरनगर, कुशीनगर, बाराबंकी, खीरी, बहराइच, बलरामपुर, बदायूं, सिद्धार्थनगर, उन्नाव, हरदोई, श्रावस्ती, मऊ, कानपुर नगर, गोरखपुर, बिजनौर, जौनपुर, आजमगढ़, फिरोजाबाद, पीलीभीत, सीतापुर, बलिया, बागपत नगर एवं शाहजहांपुर शामिल किए गए थे। तब पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि इन यूनिट्स पर मानव तस्करी से जुड़े क्राइम की एफआईआर, उनकी विवेचना और आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसका कार्यक्षेत्र पूरा जिला होगा। तभी से थाने के लिए भूमि की तलाश शुरू हो गई थी। लेकिन चार साल बाद भी बिल्डिंग का निर्माण नहीं हो सका। इसलिए जैसे-तैसे यूनिट संचालित हो रही है। कुछ दिनों पूर्व सड़क चौड़ीकरण के कारण ट्रैफिक तिराहा के पास स्थित दो कमरों का ऑफिस भी टूट गया।

जहां पकड़ते मामला, वहीं दर्ज कराते एफआईआर

जिले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट काम कर रही है। टीम के सदस्य कोई मामला पकड़ने पर संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज कराते हैं। टीम के मेंबर्स ज्यादातर कार्रवाई रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन के आसपास करते हैं। इसलिए उनके मुकदमों का रजिस्ट्रेशन कैंट थाना में कराया जाता है। मुकदमा दर्ज होने के बाद थाना की पुलिस विवेचना करती है। ज्यादातर जिन जगहों पर मामले पकड़े जाते हैं। वहां के पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कराकर एएचटीयू टीम अपनी कार्रवाई पूरी कर लेती है।

साइबर थाना बना, एएचटीयू के भवन की दरकार

शहर में साइबर थाना का प्रपोजल बाद में आया था। लेकिन इसके निर्माण कार्य को लेकर अधिकारियों ने तत्परता दिखाई। पुलिस लाइन के पास साइबर थाना का निर्माण कार्य पूरा होने पर एसएसपी ने प्रभारी इंस्पेक्टर सहित अन्य पुलिस कर्मचारियों की तैनाती कर दी है। साइबर थाना में तैनात पुलिस कर्मचारियों की ट्रेनिंग कराई जा रही है। जल्द थाने की औपचारिक शुरुआत भी हो जाएगी। साइबर थाना बनने के बाद एएचटीयू का थाना बनाने की बात भी उठने लगी है। नेपाल बार्डर से सटे गोरखपुर जंक्शन से होकर तस्करों का गैंग सक्रिय रहता है। इसलिए यहां पर थाने की आवश्यकता महसूस की गई थी।

सामने आ चुके हैं कई मामले

14 अगस्त 2019: शाहपुर की युवती को परिचित महिला ने दो लाख रुपए में कानपुर में बेच दिया। जानकारी होने पर युवती किसी तरह से घर पहुंची।

15 जून 2019: गुलरिहा एरिया में ननिहाल में रहने वाली एक किशोरी को उसके मामा द्वारा डेढ़ लाख रुपए में बेचने का मामला सामने आया।

6 जनवरी 2019: पिपराइच की एक युवती से शादी कराने के बहाने दो युवकों को बुलाकर गैंग के सदस्यों ने 90 हजार एडवांस ले लिया। बाद में पता लगा कि रैकेट के सदस्य झांसा देकर युवती को बेचना चाहते थे।

9 फरवरी 2018: हरियाणा के एक युवक को झांसा देकर रैकेट के सदस्यों ने युवती का सौदा कर दिया। बुढि़या माई मंदिर में उसकी शादी कराई गई। इसकी जानकारी होने पर युवती ने शोर मचाया तो मामला सामने आया।

6 फरवरी 2016: खोराबार एरिया के बुढि़या माई मंदिर में हरियाणा के युवक की शादी कराई गई। कुशीनगर की युवती को झांसा देकर गैंग ने बेच दिया था। युवती के शोर मचाने पर मामले का पर्दाफाश हुआ।

16 अगस्त 2016: हरियाणा के युवक की गोरखनाथ मंदिर में शादी कराई गई। होटल में युवती को बेचने की सूचना पर पुलिस ने पकड़ा। लेकिन बिना किसी जांच पड़ताल के आरोपी छूट गए थे।

8 जुलाई 2015: हाटा, परसौनी निवासी तीन महिलाओं सहित छह लोगों को पुलिस ने अरेस्ट किया। पकड़े गए लोगों ने एक किशोरी को बहला-फुसलाकर हरियाणा में बेच दिया था। इसके बदले में 50 हजार रुपए लिया था। छह माह बाद किसी तरह से भागकर किशोरी घर पहुंची तो उसने सारा भेद खोला।

25 जुलाई 2015: झंगहा एरिया के जंगल गौरी नंबर दो उर्फ अमहिया की एक युवती ने शादी के नाम पर बेचने का आरोप लगाया था। 21 जुलाई को हरियाणा से आए लोगों की मौजूदगी में तरकुलहा मंदिर में उसकी सगाई कराई गई। युवती को हरियाणा भेजने के नाम पर एक महिला ने 20 हजार रुपए लिए थे।

जिले में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट काम कर रही है। थाना भवन बनाने के संबंध में प्रक्त्रिया जारी है। यहां पर भवन निर्माण के संबंध में आ रही अड़चनों को दूर कर बिल्डिंग निर्माण का कार्य कराया जाएगा।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive