अनुपम खेर ने JNU पर लगाया उनकी फिल्म की स्क्रीनिंग न होने देने का आरोप
खेर का आरोप
खेर ने यहां विश्वविद्यालय पर 'भाषण एवं अभिव्यक्ित की स्वतंत्रता का गला घोंटने' का आरोप लगाते हुए खेर ने कहा कि उनको ये बताया गया है कि विश्वविद्यालय अपने परिसर के वर्तमान माहौल के मद्देनजर इस फिल्म को दिखाने की इजाजत नहीं दे सकता।
विवि अधिकारी का ये है कहना
उन्होंने ये भी बताया कि जेएनयू में सिर्फ कुछ लोगों को ही अभिव्यक्ित की स्वतंत्रता की इजाजत क्यों दी जाती है। जिन बातों का वो उपदेश दे रहे हैं, उन्हें उसका अनुपालन भी करना चाहिए। इस क्रम में विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्हें इस फिल्म को दिखाए जाने के बारे में किसी भी तरह का मौखिक या लिखित अनुरोध नहीं मिला है। ऐसे स्थिति में यहां इसको लेकर मना करने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
छात्रसंघ ने भी किया इंकार
उनका कहना रहा कि उन्हें इस बारे में पक्का नहीं है कि उन्होंने किसी खास विभाग को इस बारे में अनुरोध दिया भी है या नहीं, लेकिन प्रशासन के संज्ञान में कुछ भी नहीं आया है। बता दें कि अक्सर विश्वविद्यालय छात्रसंघ फिल्मों की स्क्रीनिंग का आयोजन करता है। ऐसे में छात्रसंघ ने भी खेर के ऐसे किसी अनुरोध के मिलने से इंकार किया है। वहीं आखिर में खेर ये कहकर अपनी बात को विराम देते हैं कि उनकी फिल्म में ऐसा माहौल दिखाया गया है जो आजकल जेएनयू में नजर आता है।