Army Day 2022 : आखिर 15 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है सेना दिवस, जानें काैन थे केएम करियप्पा
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Army Day 2022 : भारत में हर साल 15 जनवरी को आर्मी डे यानी कि सेना दिवस मनाया जाता है। इस दिन दिल्ली के परेड ग्राउंड में सेना दिवस परेड का भी आयोजन होता है। फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने 15 जनवरी, 1949 को जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की कमान संभाली थी। जनरल बुचर ने 1 जनवरी 1948 से 15 जनवरी 1949 तक सेना के शीर्ष पद पर कार्य किया। जनरल रॉबर्ट मैकग्रेगर मैकडोनाल्ड लोचर्ट बुचर से पहले 15 अगस्त 1947 से 31 दिसंबर 1947 तक सेना प्रमुख थे।
केएम करियप्पा के बारे में
केएम करियप्पा का जन्म 1899 में कर्नाटक के कुर्ग में हुआ था। फील्ड मार्शल करियप्पा ने 20 साल की उम्र में ब्रिटिश भारतीय सेना में नौकरी शुरू कर दी थी। करियप्पा ने 1947 के भारत-पाक युद्ध में पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना का नेतृत्व किया। उन्हें भारत-पाक स्वतंत्रता के समय दोनों देशों की सेनाओं को विभाजित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। करियप्पा 1953 में सेना से सेवानिवृत्त हुए। बाद में, उन्होंने 1956 तक ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भारत के उच्चायुक्त के रूप में काम किया। भारत सरकार ने उन्हें 1986 में 'फील्ड मार्शल' के पद से सम्मानित किया। फील्ड मार्शल करियप्पा का 15 मई, 1993 को निधन हो गया।
भारतीय सेना के बारे मेंभारतीय सेना का गठन 1776 में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा कोलकाता में किया गया था। भारतीय सेना चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित दुनिया की तीन सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है। सियाचिन ग्लेशियर पर भारतीय सेना तैनात है जो समुद्र तल से पांच हजार मीटर ऊपर है। यह दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है। भारतीय सेना का आदर्श वाक्य 'स्वयं से पहले सेवा' है। भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी स्वयंसेवी सेना है। भारतीय सेना का 'ऑपरेशन राहत' 2013 में उत्तराखंड बाढ़ के दौरान सबसे बड़े राहत कार्यों में से एक था।