सीसीटीवी कैमरे न होने पर निष्क्रिय की रिपोर्ट बनाने का लिया फैसला

परीक्षा केंद्रों पर होगी कार्रवाई, परीक्षा केंद्रों पर हो सकता है बदलाव

Meerut। यूजी पीजी में प्राइवेट स्टूडेंट के रजिस्ट्रेशन से हर साल मिल रहे लाखों रूपए के बावजूद भी कॉलेजों में सीसीटीवी नहीं लग पा रहे है। यूनिवर्सिटी के कंट्रोल रूम में सिर्फ तीन ही एडेड कॉलेजों के ही सीसीटीवी के लिंक मिले है। बाकी केंद्रों पर परीक्षा राम भरोसे चल रही है। यूनिवर्सिटी ने संबद्धित कॉलेजों की रिपोर्ट अब शासन को भेजने का फैसला लिया है। शासन को कॉलेजों में सीसीटीवी की स्थिति में निष्क्रिय लिखने का फैसला लिया है।

होनी थी रिकॉर्डिग

गौरतलब है कि मेरठ व सहारनपुर मंडल में 69 एडेड राजकीय कॉलेज हैं। इसमें एडेड कॉलेज 50 है। यूनिवर्सिटी के ये सभी कॉलेज में से अधिकांश केंद्र बनाए गए है। परीक्षा के लिए शासन ने नकल रोकने के लिए ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिग के आदेश दिए थे, लेकिन यह व्यवस्था मात्र निजी कॉलेजों तक ही सीमित है। बीते दिनों मंगलवार को हुई आलाधिकारियों की मीटिंग में इसका जिक्र किया गया है। जिसमें बताया गया है कि यूनिवर्सिटी के कंट्रोल रुम में तीन कॉलेजों को छोड़ अन्य किसी भी कॉलेजों का लिंक नहीं है। ऐसे में जाहिर बाकी में कैमरे नहीं चल रहे है, जिसके चलते लिंक नहीं दिया गया है।

नहीं दिखाई सतर्कता

गौरतलब है कि कॉलेजों में लाखों रुपए मिलते है। रजिस्ट्रेशन का शुल्क 536 रुपए है। यह फीस ऑनलाइन यूनिवर्सिटी अपने अकाउंट में ले रही है। बाद में कॉलेजों के अकाउंट को ट्रांसफर की जाती है। बीते साल से यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रेशन के बाद दूसरे कॉलेज में परीक्षा देने की स्थिति में कुछ राशि का प्रावधान किया है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ने बीच में इन कॉलेजों की डिमांड पर इनकी फीस भी कुछ बढ़ा दी थी, ताकि बजट सहीं मिल जाए। इसके बावजूद भी कैमरे नहीं लग पा रहे है ये बड़ा सवाल बनता है।

कॉलेजों के बारे में जानकारी मिली है जिनका सीसीटीवी लिंक नहीं चल रहा है। ऐसे कॉलेजों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है जांच भी हो रही है। शासन को रिपोर्ट दी जाएगी, कार्रवाई भी की जाएगी।

धीरेंद्र कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार सीसीएसयू

Posted By: Inextlive