छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : कोई तारीफ करते नही थकता, तो किसी के पास कोसने के अलावा कुछ नही। कहीं सड़क ऐसी की आंख मूंद कर भी चलो तो कदम ना डगमगाए तो किसी सड़क का हाल ऐसा की एक पल भी नजर हटी तो सीधे जमीन पर। ये दोनो हालात एक ही विधानसभा क्षेत्र का है। बस फर्क इतना है कि पहली सड़क विधायक जी के मुहल्ले की है और दूसरी सड़क उस मुहल्ले की है, जिसका प्रतिनिधित्व तो वो करते है, पर यहां उनका रोज का आना-जाना नही है। बात हो रही है जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र की। विधानसभा क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में नागरिक सुविधाएं भी अलग-अलग तरह की है। बात सड़कों की करे तो वो विधायक जी के घर से होकर गुजरने वाली सड़के एकदम चकाचक दिखती हैं, पर कुछ ही किलोमीटर दूर सड़कों और गलियों का हाल कुछ ऐसा है की उन पर चलना स्टंट करने का अहसास दिलाती है।

चौकस है व्यवस्था

विधायक जी ने यहां बहुत काम किया है, रोड चौड़ीकरण, गलियों को पक्का करना जैसे कई काम हुए है, कुछ इन्ही शब्दों के साथ कदमा के रहने वाले देवप्रकाश भगत ने विधायक जी के कार्यो की प्रशंसा की। देवप्रकाश भगत की बातों सच्चाई भी दिखती है। इस इलाके में ज्यादातर सड़के, गलियां चकाचक दिखती है। और आखिर हो भी क्यों न। इसी इलाके में विधायक जी का आवास भी है। जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक बन्ना गुप्ता के कदमा स्थित आवास के आस-पास सड़के काफी दुरुस्त है। जगह-जगह सड़कों के चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण के शिलापट्ट लगे हुए हैं। पर यहां से कुछ किलोमीटर दूर इसी विधानसभा क्षेत्र के दूसरे इलाकों में जाए तो स्थिति कुछ और नजर आती है।

सड़कें बन जाती है तालाब

शहर की करीब दो लाख से ज्यादा की आबादी मानगो इलाके में रहती है। जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में स्थित मानगो में सड़कों का हाल कुछ और है। इलाके में कई ऐसी बस्तियां हैं जहां की सड़कें जर्जर है। बरसात के दिनों में सड़कें तालाब बन जाती है। रोड पर जगह-जगह गढ्डे नजर आते है, सड़कों के बीच खुले मेनहोल को ढकने तक की कोशिश नही की जाती, रोड पर कचड़ा पड़ रहता है पर इसकी सफाई नही होती। इन दोनो इलाकों के सड़कों की तुलना करें तो एक ही विधानसभा क्षेत्र की दो अलग-अलग तस्वीरें नजर आती हैं। स्थानीय लोगो ने बताया कि बन्ना गुप्ता के कार्यकाल में कदमा में पार्क बनाए गए पर मानगो की खस्ताहाल सड़को को सुधारने के लिए नहीं के बराबर पहल हुई है।

Posted By: Inextlive