Gorakhpur: शालिनी चेंज नेम का कुछ समय पहले विशाल चेंज नेम से अफेयर चल रहा था. शालिनी अपने से अधिक विशाल पर विश्वास करती थी. कभी फेसबुक तो कभी वॉट्स एप के थ्रू दोनों एक दूसरे से चैटिंग करते थे. यह चैटिंग इस हद तक बढ़ गई कि एक दिन विशाल ने रात में चैटिंग के दौरान शालिनी से कुछ प्राइवेट फोटो मांगे. पहले तो शालिनी ने इसके लिए मना किया लेकिन बाद में विशाल के बार-बार इन्सिस्ट करने पर उसने उसी समय कुछ पिक्स कैप्चर करके भेज दिए. इस तरह उनके बीच चलने वाली चैटिंग सेक्सटिंग में बदल गई. लेकिन कुछ ही समय बाद दोनों का ब्रेकअप हो गया. इसके बाद जो हुआ वह शालिनी ने कभी नहीं सोचा था. एक दिन शालिनी के पास उसकी एक कॉलेज फ्रेंड का कॉल आया. उसने बताया कि फेसबुक पर एक पेज में शालिनी के कुछ प्राइवेट पिक्स अपलोड हैं. शालिनी शॉक्ड हो गई. उसने खुद जब उस पेज को देखा तो वह परेशान हो गई. उसको याद आया कि यह पिक्स उसने विशाल को भेजे थे. उसने विशाल को कॉल किया. लेकिन विशाल उसे ब्लैकमेल करने लगा. शालिनी पुलिस में नहीं जाना चाहती थी. फाइनली उसके किसी जानने वाले ने एक साइबर एक्सपर्ट का नंबर दिया जिसने खुद विशाल से पुलिस वाला बनकर बात की. बाद में किसी तरह से वह लोग विशाल को समझाने में सफल हुए और वह पेज डिलीट हुआ. लेकिन तब तक शालिनी की काफी बदनामी हो चुकी थी.

From chatting to sexting
पिछले कुछ समय में यंग्सटर्स में सेक्सटिंग का यूज बढ़ा है। साइबर एक्सपट्र्स की मानें तो बहुत से यंग्सटर्स रियल लाइफ की जगह वर्चुअल लाइफ में जीने लगते हैं। उनको घर से बाहर निकलने की जगह चैटिंग करना पसंद आने लगता है। इस पर वह अपनी बहुत ही पर्सनल बातें तक शेयर करने लगते हैं। इसी तरह से लड़के-लड़कियां आपस में चैटिंग करते हुए सेक्सटिंग करने लगते हैं। एक दूसरे से प्राइवेट पिक्स और वीडियो मंगाना, उसके बाद अश्लील बातें करना आदि। लेकिन जब उनमें ब्रेकअप होता है तो यह चीज उनके लिए खतरनाक बन जाती है। स्पेशली गल्र्स के लिए।

They do not register complain

साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन ने बताया कि उनके पास हर महीने इस तरह के 2-3 केस आते हैं। जून में भी उनके पास तीन केस आए हैं जिनमें से दो यूपी और 1 दिल्ली का है। अगर बाकी साइबर एक्सपट्र्स के पास आने वाले केसेज भी ले लें तो इनकी संख्या काफी अधिक है। पिछले एक-डेढ़ साल में सेक्सटिंग के केस बढ़े हैं। लेकिन सेक्सटिंग के मोस्ट्ली केसेज में लड़कियां या उनकी फैमिली पुलिस में कम्प्लेंट नहीं करते। इसका एक रीजन यह भी है कि इनमें लड़कियों की भी गलती और लापरवाही शामिल होती है।
Others may too create problems
जरूरी नहीं कि किसी का पार्टनर ही उसे फंसाने के लिए उसके प्राइवेट पिक्स फेसबुक या अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपलोड करे। कई बार ऐसा भी होता है कि दोनों पार्टनर एक दूसरे के लिए लॉयल हैं। लेकिन उनका सेलफोन दूसरे के हाथ लग गया जिसमें प्राइवेट पिक्स थे। उस केस में ब्लू टूथ या किसी अन्य तरह से वह पिक्स चोरी कर लिए जाते हैं। बाद में उनको सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर फैला दिया जाता है।
मोबाइल हैक करके भी होता है डाटा चोरी
साइबर एक्सपट्र्स के अनुसार जिस तरह से वेबसाइट और ई मेल हैक करके डाटा चोरी किया जाता है उसी तरह से आज मोबाइल्स के साथ भी है। एंड्रॉयड, स्मार्ट फोन, विंडोस फोन सभी में लोग ई मेल एक्सेस करना, सोशल नेटवर्किंग साइट्स एक्सेस करना आम बात है। इन्हीं के थ्रू वायरस भेजकर हैकर्स आपके पूरे फोन का डाटा एक्सेस करके चुरा लेते हैं। इस तरह भी आपके मोबाइल में रखे प्राइवेट फोटो दूसरों के हाथ में पहुंच जाते हैं।
Love, breakup and blackmailing
रक्षित टंडन के अनुसार पहले तो यंग्सटर्स जब अफेयर में होते हैं तो एक दूसरे पर विश्वास करके हर तरह के पिक्स और वीडियो शेयर कर लेते हैं। लेकिन बाद में अगर ब्रेकअप हो गया तो बहुत से केसेज में लड़के इन्हीं चीजों को हथियार बनाकर ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते हैं। जब से एंड्रॉयड, स्मार्ट फोन्स में वॉट्स एप, वाइबर जैसे एप्लीकेशन्स आए हैं तब से इस तरह के केसेज बढ़े हैं। क्योंकि इन पर वीडियो और पिक्स शेयर करना फ्री है।
"जो यंग्सटर्स रियल वल्र्ड की जगह वर्चुल वल्र्ड में जीने लगते हैं वह इन केसेज में अधिक शामिल होते हैं। जब तक रिलेशन ठीक रहा तो कोई बात नहीं लेकिन रिलेशन खराब होते ही प्रॉब्लम हो जाती है। यंगस्टर्स को कभी भी अपने प्राइवेट पिक्स या वीडियो शेयर नहीं करने चाहिए."
रक्षित टंडन,
साइबर एक्सपर्ट

"सेक्सटिंग जैसे केसेज में पुलिस के लिए भी प्रॉब्लम होती है। सोशल नेटवर्किंग साइट्स उन कंप्यूट्र्स का आईपी एड्रेस नहीं प्रोवाइड करती जहां से डाटा लोड किया गया हो। कुछ हैकिंग टूल्स के थ्रू अगर आईपी एड्रेस पता चल भी जाए तो वह कोर्ट में मान्य नहीं होता क्योंकि वह हैकिंग से मिला होता है."
आलोक त्रिपाठी,
साइंटिस्ट 'डी', नीलेट, गोरखपुर सेंटर
What is sexting
सेक्सटिंग साइबर एक्सपट्र्स का दिया हुआ टर्म है। जब हम मोबाइल या सोशल नेटवर्किंग साइट पर मैसेज टाइप करके भेजते हैं तो उसे चैटिंग कहा जाता है। लेकिन जब कोई व्यक्ति किसी सोशल नेटर्विंग साइट, मोबाइल एप्लीकेशन आदि का यूज करके प्राइवेट (अश्लील) पिक्स और वीडियो शेयर करने लगता है तो उसे सेक्सटिंग में शामिल किया जाता है।
Precautions :
-Do not share your private pics or video।
-Make sure your internet and GPS is offline when not in use।
-Upload antivirus and update it timely।
-If mobile is lost block the same through IMEI & register a complain।
-Protect your mobile through password।
-Do not handle your mobile to strangers।
-Do not click on unknown link।

 

Report by : shailesh.arora@inext.co.in

Posted By: Inextlive