रास्ता बंद होने से 50 हजार लोग प्रभावित
पटना(ब्यूरो)। श्री गुरु गोङ्क्षवद ङ्क्षसह सदर अस्पताल परिसर को सुरक्षित करने के लिए अस्पताल के दक्षिण और पूरब का गेट दीवार खड़ी कर बंद किए जाने से दर्जनभर मोहल्लों के नागरिकों को मुख्य सड़क अशोक राजपथ आने जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। इस समस्या से परेशान हो रहे नागरिकों ने मंगलवार को अस्पताल के समीप बाली मोड़ पर धरना दिया। यह वैकल्पिक मार्ग विकसित करने की मांग सरकार से कर रहे थे.धरना सभा की अध्यक्षता कर रहे राजू कुमार और अभिषेक कुमार ङ्क्षरकू ने कहा कि 72 घंटों के अंदर यदि वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था नहीं की गयी तो नागरिक आमरण अनशन करेंगे। उन्होंने बताया कि अस्पताल का दो गेट स्थायी रूप से बंद कर दिए जाने से दर्जनभर मोहल्लों की लगभग पचास हजार आबादी प्रभावित हुई है। मोगलपुरा, टिकिया टोली, छोटी बाजार, नौढ़ाल, सूई की मस्जिद, जलवा टोली, लाला टोली, छत्ता तल, दुरुखी गली समेत आसपास के मोहल्लों में रहने वाले लोगों को आने जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। धरना पर बैठे लोगों ने बताया कि आग लगने की घटना होने पर मोहल्ले में दमकल पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। धरना में प्रह्लाद खत्री, मनीष कुमार, मुन्नू कुमार, आदित्य, मंजू देवी, रौशनी देवी समेत अन्य नागरिक शामिल थे।
क्या कहते हैं अधिकारीएसजीजीएस सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ। आर आर चौधरी ने बताया कि अस्पताल को सुरक्षित और विकसित करने के लिए उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के निर्देशानुसार विभाग केच्उच्च अधिकारी के स्तर से दोनों गेट को बंद कराया गया है। अस्पताल परिसर से अतिक्रमण भी हटाया जाएगा। नागरिकों ने मांग संबंधित पत्र अस्पताल और अनुमंडल प्रशासन को दिया है।