-शिक्षा मंत्री बोले, ज्ञान-शोध के केंद्र होंगे नए यूनिवर्सिटी

-नैनो तकनीक, खगौल विज्ञान, भूगोल, नदी और मौसम परिवर्तन की भी होगी पढ़ाई

PATNA: विधान परिषद में बुधवार को 3 नए यूनिवर्सिटी समेत सात विधेयक सर्वसम्मति से पास हो गए। इसके लिए सत्ता पक्ष को ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। सदन में सत्ता पक्ष की ओर से बताया गया कि नए विश्वविद्यालय कोई सामान्य विश्वविद्यालय नहीं होंगे। यह शिक्षा के साथ ज्ञान का केंद्र बनेंगे। यहां इंजीनिय¨रग, मेडिकल और खेल के विभिन्न आयामों की पढ़ाई होगी। शोध-रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। तीनों नए विश्वविद्यालयों में एक तिहाई सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित होंगी।

स्टेम सेल की भी होगी पढ़ाई

सबसे पहले सदन में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (संशोधन)विधेयक पेश किया। मंत्री ने कहा कि यह कोई आम विश्वविद्यालय नहीं होगा जहां फिजिक्स, केमेस्ट्री की पढ़ाई होगी। यहां नैनो तकनीक, स्टेम सेल, खगौल विज्ञान, भूगोल, रिवर स्टडीज, मौसम परिवर्तन एवं पत्रकारिता व जनसंचार जैसे विषयों का गहन अध्ययन होगा। ज्ञान के क्षेत्र में पुराना गौरव लौटाने का काम यह विश्वविद्यालय करेगा इसलिए इसका नाम आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय दिया गया है।

संपत्ति रख-रखाव को विशेष पदाधिकारी

पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने बुधवार को विधान परिषद में बताया कि जिला परिषद की संपत्ति के रख-रखाव एवं संपूर्ण विकास के लिए विशेष पदाधिकारी की नियुक्ति की जाएगी। वह बिहार पंचायत राज संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान सदन में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से तीन संशोधन किए गए हैं। कोरोना के कारण पंचायत चुनाव न हो पाने के कारण परामर्शी समिति के द्वारा पंचायती राज व्यवस्था को कायम रखा गया है। उन्होंने बताया कि इसे लागू करने के छह महीने के अंदर चुनाव की व्यवस्था करनी है। अब चुनाव कब होगा, यह राज्य निर्वाचन आयोग तय करेगा, इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है। यह विधेयक सदन में सर्वसम्मति से पास हो गया।

4 वर्ष में 28 मेडिकल कॉलेज : मंगल पांडेय

बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक पेश करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सदन को बताया कि नए विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य विज्ञान की पेशेवर शिक्षा दी जाएगी। नवोन्मेष, शोध व प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान होगा। उन्होंने बताया कि राज्य में 2005 में आठ मेडिकल कॉलेज थे, जो अब 17 हो गए हैं। अगले चार साल में 28 मेडिकल कालेज हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य हर जिले में एक मेडिकल कालेज खोलने का है।

खेल अकादमी होगी खेल विवि का अंग : आलोक

कला, संस्कृति एवं युवा मंत्री डा। आलोक रंजन ने बिहार खेल विश्वविद्यालय विधेयक पेश करते हुए कहा कि राजगीर में बनने वाली खेल अकादमी भी खेल विश्वविद्यालय का अंग होगी। बिहार देश का छठा राज्य है, जहां खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। खेल प्रशिक्षण व तकनीकी शिक्षा के साथ यह रोजगार सृजन का भी काम करेगा। इसके पूर्व कांग्रेस सदस्य प्रेमचंद मिश्रा ने सरकार से राज्य में खेलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, ग्रामीण इलाकों में खेल सुविधाएं बढ़ाने और पटना में अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन को लेकर सवाल पूछे।

Posted By: Inextlive