PATNA : सुबह के साढ़े 10 बजे का समय। पीएमसीएच का इमरजेंसी वार्ड। चीखती हुई एक औरत आती है और कहती है कि बचा लो मेरे लाल को। जवाब मिलता है आज धरती के भगवान हड़ताल पर है। अब ऊपर वाले भगवान ही बचा पाएंगे। पूरा अस्पताल चींखों से गूंज उठता है क्योंकि इस हत्यारी हड़ताल के नाते एक दो नहीं, आठ परिवारों ने अपनों को खो दिया। लोग तड़प कर मरते रहे लेकिन डॉक्टर का दिल तक नहीं पसीजा।

एक नजर में जाने मरीजों का हाल

-24 घंटे की हड़ताल करने का है डॉक्टरों का प्लान

-15 केस में ही मरीजों का हो सका है ऑपरेशन

-8 मरीजों की इलाज के अभाव में हो गई मौत

-1780 मरीजों का ओपीडी में हुआ रजिस्ट्रेशन

-50 फीसदी से अधिक मरीज ओपीडी में बिना इलाज हो गए वापस

-30 मरीज इमरजेंसी में बेड छोड़कर ही भाग गए

-20 केस में मरीजों का ऑपरेशन हो गया कैंसिल

-30 फीसदी मरीजों का मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्डो में नहीं हो सका इलाज

Posted By: Inextlive