-किशनगंज के बीएसएफ कैम्प में गया था बहाली के लिए

-दौड़ के दौरान कागजात को लेकर हुई बहस व मारपीट

-पटना के निजी अस्पताल में जूझ रहा जिन्दगी व मौत से

PATNA: गया निवासी श्याम नारायण उर्फ सीकू को किशनगंज में पुलिस वालों ने इतना पीटा की आज वह निजी अस्पताल में जिन्दगी और मौत से लड़ रहा है। नौकरी की चाहत में वह किशनगंज के बीएसएफ कैम्प की ज्वाइंट बहाली के लिए दौड़ में शामिल होने फ् जुलाई को गया था। इसी दौरान दौड़ के पहले ही उससे मार्कशीट की मांग की गई, तो उसने जबाब दिया कि यह तो दौड़ के बाद दिखाई जाती है। इसी बात को लेकर बहस हुई और वहां के बीएसएफ के अलावा लोकल पुलिस के जवानों ने जमकर पिटाई कर दी। सीकू के पिता अमरेन्द्र नारायण ने बताया कि उसे थाने भी लाया गया औरा पीटा गया। इतना ही नहीं उसकी पिटाई करने के बाद उसे स्टेशन के समीप फेंक दिया गया।

होश आने पर आया पटना

जब उसे होश आया तो वह वापस कैम्प पहुंचा और अपना सामान लेकर बस से किसी तरह पटना आया। इस दौरान उसे इतनी चोट लगी थी कि दर्द और उल्टियां रास्ते भर होती रही। वह बीएससी पार्ट थर्ड का स्टूडेंट है और सैदपुर हॉस्टल में रहता है। वहां से आने के बाद उसकी तबीयत खराब होती चली गई। दोस्तों ने घर वालों को खबर दी। उसे एक निजी अस्पताल में एडमिट करवाया गया। जहां कोई सुधार नहीं होने के बाद गांधी मैदान थाना एरिया के एक निजी नर्सिग होम में एडमिट किया गया। उसकी किडनी और लीवर में गंभीर चोट आई है। सीनियर एसपी विकास वैभव ने बताया कि इस संबंध में गांधी मैदान थानाध्यक्ष को जख्मी का बयान लेने को बोला गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित थाने को भेज दिया जाएगा।

Posted By: Inextlive