सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के मांझी दक्षिण टोला स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में चोरी की वारदात को दिया अंजाम

पटना(ब्यूरो)। सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के मांझी दक्षिण टोला स्थित श्रीराम जानकी मंदिर (ठाकुरबाड़ी) से रविवार की रात अष्टधातु की श्रीराम-लक्ष्मण व माता जानकी की मूर्तियां चोरी हो गईं। चोरों ने मंदिर का ताला तोड़कर वारदात को अंजाम दिया। चोरी की जानकारी स्थानीय लोगों को सुबह में तब हुई, जब मंदिर के पुजारी छोटे बाबा मंदिर खोलने पहुंचे। इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। थानाध्यक्ष अशोक कुमार दास के नेतृत्व में पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर विरोध जताया, लेकिन पुलिस ने दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर आंदोलन को तत्काल समाप्त करा दिया।

300 साल पुरानी हैं मूर्तियां
ग्रामीणों का कहना था कि चोरी हुई अष्टधातु की मूर्तियां प्राचीन व कीमती हैं। पुजारी ने बताया कि मूर्तियां करीब 300 साल पुरानी हैं। उनकी पूजा उनका परिवार छह पीढिय़ों से करता आ रहा था। चोरी की घटना की रात मंदिर के ठीक बगल में दीनानाथ यादव के यहां तिलक समारोह था। सभी लोग तिलक में व्यस्त थे। गाने-बजाने के शोर में कब ताला टूटा, किसी को भनक तक नहीं लगी। वैसे भी मंदिर के इर्द-गिर्द लोग सोते रहते हैं, लेकिन तिलक होने के कारण सभी उसमें व्यस्त थे।

तिलकोत्सव में पहुंचे लोगों से पुलिस ने की पूछताछ
पुलिस ने रविवार रात पड़ोसी दीनानाथ यादव के तिलकोत्सव में पहुंचे बनियापुर के रिश्तेदारों को भी बुलाया व घटना के बारे में पूछताछ की। मौके पर मौजूद स्थानीय कांग्रेस नेता उमाशंकर ओझा ने बताया कि छोटे मिश्रा के पूर्वज पंडित रामयत्न मिश्र ने लगभग तीन सौ वर्ष पूर्व मंदिर का निर्माण कराया था। अष्टधातु से निर्मित मूर्तियां स्थापित की थीं। प्रतिवर्ष बैसाख पूर्णिमा के दिन मूर्तियों को हवा खिलाने के साथ-साथ नगर भ्रमण कराने तथा पूजा व भंडारा के आयोजन की परंपरा रही है। शनिवार को ही भगवान को नगर भ्रमण कराकर भंडारा का आयोजन किया गया था।

Posted By: Inextlive