'गजेन्द्र की सुसाइड खतरे की घंटी'
- सरकार से 10 लाख मुआवजा व विधवा को नौकरी देने की मांग
- पांच बीघा जमीन को पट्टे पर लेकर खेती करता था गजेन्द्रPATNA : एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि पटना से सटे मनेर के किसान गजेन्द्र सिंह द्वारा अपने खलिहान में सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या करने जैसी घटना सरकार के लिए खतरे की घंटी है। आंधी-तूफान से फसल की हुई क्षति से बेहाल किसी किसान द्वारा आत्महत्या की यह पहली घटना नीतीश-लालू और सोनिया की सरकार के लिए शर्म की बात है। उन्होने कहा कि नेपाल दौरा के लिए बेताब नीतीश कुमार को पहले मनेर की सिंधाड़ा पंचायत का दौरा कर गजेन्द्र सिंह के परिजनों का हालचाल जानना चाहिए। मोदी ने कहा कि गजेन्द्र सिंह की आत्महत्या राज्य सरकार के माथे पर कलंक का टीका है। उन्होंने मृतक के परिजनों को दस लाख रुपए मुआवजा, उसकी विधवा को सरकारी नौकरी और बच्चों की पढ़ाई की मुफ्त व्यवस्था करने की मांग की है।
सेंट्रल मिनिस्टर मिले गजेन्द्र के परिजनों सेसोमवार को केन्द्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव, प्रदेश बीजेपी कार्यसमिति के सदस्य राम वीरेन्द्र सिंह के साथ मनेर विधान सभा क्षेत्र की सिंधाड़ा पंचायत अन्तर्गत सियरभुक्का गांव जाकर आत्महत्या करने वाले किसान गजेन्द्र सिंह के परिजनों से मुलाकात की। इन्हें जानकारी दी गई कि गजेन्द्र सिंह पांच बीघा जमीन पट्टे पर लेकर खेती करता था। उसके ऊपर तीन-चार लाख रुपए का कर्ज था।