अधमरा कर छोड़ गए थे अपराधी
जेडीयू लीडर सुनील चंद्रवंशी की हत्या, इलाज के दौरान हुई मौत
- दीघा के चश्मा सेंट्रल गली नहर पर, कोठिया की घटना - दोहपर तीन बजे तक थाने को नहीं थी खबर, सड़क पर उतरे परिजनों ने मचाया बवालPATNA : पटना महानगर जेडीयू के महासचिव सुनील कुमार चंद्रवंशी (399) के साथ मारपीट कर कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें दरवाजे पर फेंक दिया। इलाज के दौरान उनकी मौत पीएमसीएच में हो गई। दीघा के चश्मा सेंट्रल गली नहर पर, कोठिया के रहने वाले सुनील रात नौ बजे घर के दरवाजे में घुसे और इतना कहकर बेहोश हो गए कि मुझे बहुत मारा-पीटा है। इसके बाद तो घरवालों के होश उड़ गए। आनन-फानन में पहले कुर्जी होली फैमिली अस्पताल उसके बाद महावीर वात्सल्य ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने लेने से इंकार कर दिया और पीएमसीएच जाने की नसीहत दे डाली। परिजनों ने उन्हें पीएमसीएच के इमरजेंसी में एडमिट करवाया, लेकिन डॉक्टर ने इलाज के दौरान देर रात साढ़े ग्यारह बजे के आसपास उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर फैलते हीदेर रात हुई मारपीट और फिर इलाज के दौरान मौत की खबर दीघा पुलिस को दोपहर तीन बजे के आसपास पीएमसीएच में पोस्टमार्टम होने के बाद डेडबॉडी दीघा पहुंची। इसके बाद पुलिस को खबर मिली और रोड जाम कर रहे लोगों के पास दीघा थाना इंचार्ज अतनु दत्ता खुद पहुंचे और मामले की जानकारी ली। थानाध्यक्ष ने बताया कि रात से लेकर दोपहर तक पुलिस को घरवालों ने कोई इंफारमेशन नहीं दी। इसकी भी जांच की जाएगी।
ठेकेदारी व नेतागिरी करता था सुनील सुनील के भाई अशोक कुमार सिंह ने बताया कि सुनील छोटी-मोटी ठेकेदारी भी करवाता था। फिलहाल छपरा में कहीं नल लगाने का ठेका सुनील ने ले रखा था। इस मारपीट के पीछे ठेकेदारी भी एक वजह हो सकती है। अशोक ने बताया कि सुनील के घर में उसकी पत्नी के अलावा तीन बेटियां और एक बेटा है, जिसकी पूरी जवाबदेही सुनील के जिम्मे ही है। इसके अलावा उसका हर दिन नेताओं और लोकल प्रॉब्लम को लेकर आना-जाना हुआ करता था।