ठाकुरवाड़ी में दुर्गा प्रतिमा को पांच सोने के गहनों सजाने की है परंपरा

पटना (ब्यूरो)। दुर्गा पूजा के मौके पर कोलकता, जमशेदपुर के साथ बिहार में भी बनने वाले पूजा पंड़ालों की चर्चा खूब की जाती है। राजधानी पटना में एक से बढ़कर एक पूजा पंडाल बनाए जाते है। इस बार पूजा समितियों के सदस्यों में जोश और उत्साह देखने को मिल रहा है। शहर में कहीं इंडोनेशिया का प्रम्बनन मंदिर , चेन्नई की रामकृष्ण मठ तो कहीं मीनाक्षी मंदिर की झलक देखने को मिलेगी। कदमकुंआ इलाके के ठाकुरवाड़ी में दुर्गा प्रतिमा को सोने के गहने से सजाया जाएगा। समिति के सदस्यों ने बताया कि पंडाल में विराजमान हर प्रतिमा में पांच सोने के गहनों से साज सज्जा की जाएगी । इस बार मूर्ति निर्माण कोलकाता के शिवशंकर पंडित की टीम कर रही है। पढि़ए रिपोर्ट।


-इंडोनेशिया के प्रम्बनन मंदिर की झलक
डाकबंगला चौराहे के पास नवयुवक संघ श्रीदुर्गा पूजा समिति ट्रस्ट की ओर से आयोजित होने वाले दुर्गा पूजा में पंडाल में इस बार इंडोनेशिया का प्रम्बनन मंदिर बनाया जा रहा है। समिति के अध्यक्ष और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री संजीव कुमार टोनी ने बताया कि पंडाल निर्माण कार्य पश्चिम बंगाल के कोलकाता आर्ट कॉलेज के कलाकार रितेश चटर्जी के द्वारा की जा रही है। इसकी ऊंचाई 90 फीट रहेगी। पंडाल में सनपैक रंगीन स्टोन, ग्लास, रंगीन गोटा, शीप, प्लाई, गिनी फोम, फाइवर का प्रयोग किया जा रहा है। कलाकारों द्वारा वास्तविक मंदिर के रूप देने की कोशिश की जा रही है। साथ में 24 मैकेनिकल रोड़ पिलर लगाया जाएगा। अनेक प्रकार के फूल व पक्षी को रंग बदलते दिखेगा। महासचिव डॉ। पुरुषोत्तम मिश्रा ने बताया कि डाकबंगला चौराहे से कोतवाली तक चार भव्य गेट बनाए जाएंगे। मूर्ति निर्माण कार्य कोलकाता के जगन्नाथ पाल द्वारा किया जा रहा है।

-राजीव नगर में दिखेगा रामकृष्ण मठ
राजीव नगर ओवर ब्रिज के नीचे हर साल की तरह इस साल भी पूजा समिति की ओर से पूजा पंडाल बनवाया जा रहा है। समिति के सदस्य संतोष यादव ने बताया कि इस बार कोरोना के केस कम होने के चलते श्रद्धालुओं बहुत ज्यादा उत्साह है। इस साल पंडाल चेन्नई के रामकृष्ण मठ का रूप दिया जा रहा है। मूर्ति निर्माण पटना के लोकल कलाकार प्रमोद कुमार कर रहे हैं।

- इस्कॉन मंदिर का मुख्य द्वार
श्रीकृष्णपुरी दुर्गा पूजा समिति की ओर से कृष्णपुरी में बनने वाले पंडाल को भव्य रूप देने के लिए पूजा समिति के सदस्य लगे हुए हैं। ये जानकारी समिति के महासचिव रमेश सिंह ने दी। उन्होंने ये भी कहा कि इस बार पंडाल इस्कॉन मंदिर के मुख्य द्वार के रूप में बनाया जा रहा है। मूर्ति का निर्माण पटना आर्ट कॉलेज के स्टूडेंट रमण कुमार नेतृत्व में हो रहा है। इस बार मूर्ति मौर्य कला स्टाइल में बनाया जा रहा है जो पूरी तरह से इको फ्रेंडली है।

-पांच गहनों से श्रृंगार
नवरात्रि में मां के पांच रूपों की पूजा की जाती है। पटना में पूजा की तैयारी तेजी से चल रही है। 26 सितम्बर से शुरू हो रहे नवरात्रि में विशेष मां का श्रृंगार होता है। कदमकुंआ स्थित ठाकुरवाड़ी में दुर्गा पूजा कल्याण समिति की ओर से पिछले 105 साल से नवरात्रि में पूजा होता है। समिति के सदस्यों ने बताया कि प्रतिमा को जो गहने पहनाया जाता है वो शुद्ध सोने का होता है। इन गहनों में बड़ी हार, छोटी हार, मांगटिका, नथूनी, हाथ फूल और कानबाली शमिल है। पूजा पंडाल में स्थापित प्रत्येक प्रतिमा को पांच गहनों से सजाया जाता है।

Posted By: Inextlive