एक तरफ नाले का पानी, दूसरी ओर कचरे का कब्जा
- नरक में जीते हैं वार्ड नंबर 66 के डा। केदार नाथ रोड के लोग
- नहीं मिलती पब्लिक को चलने की जगह - रास्ते में फेस करनी पड़ती है मुहल्ले की पब्लिक को सबसे बड़ी परेशानीPATNA CITY : मुहल्लों की स्थिति पटना सिटी के अंदर काफी खराब है। हर तरफ कूड़े-कचरे के ढेर व रोड पर बहते नाले के पानी देखने को मिलता है। इन्हीं खराब मुहल्ले में से एक है डा। केदार नाथ रोड। जो वार्ड नंबर म्म् के तहत आता है। मुहल्ले में सबसे बड़ी परेशानी पब्लिक के चलने की है। जी हां, नगर निगम की मेहरबानी से पब्लिक को सही से चलने तक की जगह नहीं मिलती। एक ओवर फ्लो हो चुके नाले का पानी रोड पर बहता रहता है तो दूसरी ओर कूड़े का ढेर रोड पर कब्जा जमाए बैठे है। छोटे से रोड पर पूरी तरह से डेरा डाल चुकी गंदगी के बीच पब्लिक को चलने की जगह नहीं मिलती।
नहीं होती नाले की सफाईडा। केदार नाथ रोड में हर तबके के लोग रहते हैं। पब्लिक की मानें तो नाले की सफाई रेगूलर नहीं होती। इस कारण नाले में गंदगी बढ़ती चली जा ती है। इसके बाद नाले का पानी ओवर फ्लो करने लगता है। ओवर फ्लो के कारण नाले का पानी पिछले कई दिनों से लगातार रोड पर बह रहा है, लेकिन इस पर न तो एरिया के सफाई इंस्पेक्टर का ध्यान गया और न ही लोकल वार्ड पार्षद का।
कई दिनों पर होता है कूड़े का उठाव मुहल्ले में कूड़े के उठाव की स्थिति भी काफी गड़बड़ है। डेली कूड़े का उठाव नगर निगम की ओर से नहीं किया जाता। पब्लिक की मानें तो 8-क्0 दिन में सिर्फ एक बार ट्रैक्टर आता है और कूड़ा उठाता है। उसमें भी सही से कूड़े नहीं उठाए जाते। चंदा कर लगवाते हैं झाड़ू मुहल्ले के रोड पर नगर निगम की ओर से झाड़ू सही तरीके से भी नहीं लगवाई जाती है। रोड पर ज्यादा गंदगी पसरे होने की वजह से अधिकांश पब्लिक चंदा कर झाड़ू लगवाती है। खराब हैं स्ट्रीट लाइटें मुहल्ले में बिजली के खम्भों पर सीएफएल बल्ब की लाइटें नगर निगम की ओर से लगाई गई थीं जो पिछले म् महीने से खराब पड़ी हैं। इस कारण शाम के बाद मुहल्ले की गली अंधेरे में डूब जाती है। सिर्फ एक व्यक्ति ने खुद से एक लाइट लगा दी, जो रात में आने-जाने के दौरान पब्लिक का सहारा बनती है। स्टूडेंट्स व बच्चे हो सकते हैं बीमारडा। केदार नाथ रोड का रास्ता नारायणी मिडिल व गर्ल्स हाई स्कूल की ओर भी जाता है। साथ ही कई कोचिंग इंस्टीच्यूट भी हैं। इसके अलावा मुहल्ले में नवजात बच्चों व ख् से क्0 साल के बच्चो की भी संख्या काफी है। मुहल्ले में गंदगी व नाले में पानी जमे होने से डेंगू सहित दूसरी बीमारियों का खतरा हो सकता है। इससे स्टूडेंट्स व बच्चे बीमार हो सकते हैं।
नहीं सुनी किसी ने रोड पर बहता नाले का पानी हो या कूड़े के रेगूलर उठाव की बात या फिर खराब सीएफएल लाइट की बात। पब्लिक ने इसकी कंप्लेन वार्ड पार्षद कांति देवी, एरिया के सफाई इंस्पेक्टर सहित नगर निगम के पटना सिटी ऑफिस में कई दफा की। लेकिन कंप्लेन पर आज तक कोई कारगर कदम नहीं उठाया। सफाई व्यवस्था को लेकर कई बार कंप्लेन किए, लेकिन आज तक किसी ने कोई कदम नहीं उठाया। बहते नाली के पानी व कूड़े के ढेर के बीच हमें आना-जाना पड़ता है। - पवन कसेरा नाले का ओवर फ्लो करना परेशानी का सबब बन गया है। महिलओं व बच्चों को काफी परेशानी होती है आने-जाने में। नगर निगम हो या वार्ड पार्षद कोई देखने वाला नहीं है। - राजेश रस्तोगीगंदगी तो है ही साथ ही शाम होते पूरे मुहल्ले में अंधेरा छाया रहता है। नगर निगम की स्ट्रीट लाइट म् महीने से खराब है। कंप्लेन करने के बाद भी किसी ने चेंज नहीं किया।
- राजीव कुमार