'रि-शेप द सिटीÓ विषय पर एक मॉडल एग्जीबिशन और लेक्चर आर्गनाइज

पटना (ब्यूरो)। हमारा शहर कैसा हो, जिसमें नई पीढ़ी के न केवल आधुनिक साधन उपलब्ध हों बल्कि इसका सस्टेनेबल डेवलपमेंट भी सुनिश्चित किया जाए। वास्तव में अभी जिस प्रकार से शहरों का विकास हो रहा है वह चिंताजनक है। कुकुरमुत्ते की तरह नए नए भवन,मॉल, मार्केट एवं संस्थान बन रहे हैं। मौलिक सुविधाओं की भी समस्या है। ये बातें भारतीय प्राणी सर्वेक्षण, भारत सरकार, पटना के वरीय वैज्ञानिक एवं मुख्य अतिथि डॉ गोपाल शर्मा ने कही। वे दयानंद बालिका उच्च विद्यालय, मीठापुर पटना में सेव द चिल्ड्रेन, बिहार पटना संस्थान के तरफ से 'रि-शेप द सिटीÓ विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। स्कूल में एक मॉडल प्रदर्शनी सह व्याख्यान का आयोजन किया गया। आगे उन्होंने कहा कि शहरों का वैज्ञानिक तरीके से विकास समय की मांग है, जिसमें सभी सुविधाएं एवं आगे विकास के लिए जरूरी बातें भी सुनिश्चित की जा सकती है। इस कार्यक्रम का विषय-प्रवेश करते हुए सेव दी चिल्ड्रेन के सी.ई.ओ। सन्नी प्रभाकर ने किया। उन्होंने कहा आज हम जो कर रहे है उससे कही ज्यादा हमारे बच्चे सोंच रहे है, इसलिए हम उनके द्वारा बनाए गए मॉडल से शहर के भविष्य की कल्पना कर सकते है ।


नई पीढ़ी के लिए खतरा
डॉ गोपाल ने आगे कहा कि पटना और अन्य शहरों में जो कुछ हो रहा है, वह चिंताजनक है। शहर में कोई फ्र ज़ोन नहीं है जहां बच्चे सिर्फ अपनी साइकिल चला सके। सभी सडकों पर सभी तरह के वाहन चलाने की अनुमति है। एग्रीकल्चरल लैंड पर इंडस्ट्री लग रहे हैं जो आगे आने वाली पीढी के लिए ख़तरा हो सकता है। इस तरह के विकास से हम एक अच्छे समाज और अच्छे सोसाइटी की कल्पना नहीं कर सकते हैं। शहर के अंदर विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि बारिश के दिनों में भी सड़क खोदकर छोड़ देना उचित नहीं है। उन्होंने स्मार्ट सिटी की चर्चा करते हुए कहा की आज हमारे शहर में बड़े बड़े फ्लाई ओवर बन रहे हैं लेकिन अन्य सुविधाए यथा बिजली स्पीड ब्रेकर फ्लाई ओवर के ऊपर रेलिंग आदि की सुविधाए नहीं है। उन्होंने आगे कहा की जब हम अच्छे शहर की कल्पना करते हैं तब हमें ट्राफिक से लेकर सुरक्षा, अच्छा प्रशासन, पेय जल की व्यवस्था, फुठपाथों की व्यवस्था साथ ही साथ छात्र छात्राओं लिए स्कूल के समय में सरल ट्राफिक की व्यवस्था होनी चाहिए।


25 मॉडल बनाए गए
इस अवसर पर स्कूल में आयोजित प्रदर्शनी में लगभग 25 मॉडल पटना के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने बनाया जिसमं आगे के सपनों का शहरकी कल्पना की गयी थी। छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। वर्षा जल संचयन से लेकर सोलर पैनेल की आवश्यकता पर बल दिया तथा उसे अपने अपने मॉडल में विस्तृत तरीके से दिखाने का प्रयास किया। सभी अतिथियों का
धन्यवाद ज्ञापन दयानंद कन्या मध्य विद्यालय के प्राचार्य डॉ शर्मिला सिंह ने किया। इस अवसर पर संजय कुमार, अध्यक्ष, दयानंद कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मीठापुर, पटना, राजीव रंजन, सचिव, दयानंद कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मीठापुर, पटना समेत अन्य उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive