कांग्रेस के भरोसे पार हुई नीतीश की नैया
कई नये समीकरण को हवा दे दीइस नए सिनारियो ने कई नये समीकरण को हवा दे दी। खास बात यह रही कि नीतीश के फेवर में कांग्रेस के एमएलए ने भी वोट किया। सरकार के पक्ष में कांग्रेस के सभी चार विधायकों ने वोट किया, वहीं चार इंडेपेंडेंट विधायकों ने भी सपोर्ट किया। खरीखोटी सुनाई और निकल गए
संडे को जो 17 साल दोस्ती टूटी थी। मंगलवार को उसका जनाजा सड़कों पर निकला और दोस्त को दुश्मन बनते लोगों ने देखा। एक-दूसरे को पीटते देखा। बुधवार को तो इस दोस्ती का दर्द असेम्बली में भी देखने को मिला। बीजेपी ने सदन में अपना नेता नंद किशोर यादव को बनाया। नंद किशोर ने सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाते हुए विश्वास मत का विरोध तो किया, मगर वोटिंग में उनकी पार्टी ने पार्टिसिपेट नहीं किया। वोटिंग से पहले ही बीजेपी विधायकों ने वाकआऊट कर दिया। इससे पहले नंद किशोर यादव के भाषण में कई बार इस दोस्ती की टूट का दर्द दिखा। एक बार तो उन्होंने नीतीश कुमार की ओर इशारा कर बोल दिया कि आजतक आप पर विश्वास करते रहे, जिसके कारण यह दिन देखना पड़ रहा नए समीकरण बने
कांग्रेस ने नीतीश के समर्थन में उतरकर स्टेट में नए समीकरण को दिशा दे दी। नीतीश की थैंक्स को भी इसे आगे बढ़ाने की हवा ही मानी जा रही, साथ ही सीपीआई ने भी सपोर्ट कर एक बड़े फोरम की जमीन जरूर तैयार की है। ऐसे में अब तो बीजेपी हो या आरजेडी दोनों कांग्रेस और जेडीयू की दोस्ती पर यही सोच रहे इस प्यार को क्या नाम दें।Votingसपोर्ट में जेडीयू - 117कांग्रेस - 04इंडिपेंडेंट - 04सीपीआई- 01टोटल - 126विरोध में आरजेडी - 22इंडिपेंडेंट - 02