पुलिस की वर्दी पहनने का मतलब ही है कि दूसरों की रक्षा करना. लेकिन कुछ पीएसआई ऐसे हैं जो दूसरों की क्या कहें अपनों की रक्षा भी नहीं कर पा रहे.


पीएसआई वर्ल्डजीत पहले झारखंड के टूरिज्म डिपार्टमेंट में अनुकंपा के आधार पर चपरासी था। पिता राजेन्द्र प्रसाद की मौत के बाद उसे नौकरी मिली थी। बाद में दारोगा बहाली में उसका चयन हो गया। एसएसपी के जनता दरबार में नीतू के पिता लल्लू राम और उसका भाई अमित इसकी कंप्लेन लेकर आये थे। लल्लू राम ने बताया कि दारोगा होने से पहले हमने शादी की थी। तब भी लाखों रुपए देकर शादी की लेकिन जब से दारोगा की ट्रेनिंग लेकर आये हैं रुपए और चेन की मांग करने लगे।महिला कोषांग की कोशिश बेकार
वैसे इन दोनों का झगड़ा करीब डेढ़ साल से चल रहा है। पहले भी नीतू के साथ मारपीट की गयी थी। इसके बाद उसने महिला कोषांग में कंप्लेन की थी लेकिन कोई फायदा नहीं हो सका। इस बार एसएसपी आलोक कुमार ने पूरे मामले की जांच का जिम्मा डीएसपी पटनासिटी सुशील कुमार को दिया है। वर्ल्डजीत  बिहार शरीफ नालंदा का रहने वाला है और वर्ष 2009 में उसकी शादी पटना के लल्लू राम की बेटी से हुई थी। लल्लू केनरा बैंक राजेन्द्र नगर में क्लर्क हैं और कुम्हरार की टीचर्स कॉलोनी में रहते हैं। वल्र्डजीत ने भी इनके घर के पास ही किराये पर मकान ले रखा है।  

 

Posted By: Inextlive