- रामनवमी पर प्रभु राम व हनुमत ध्वज की होगी पूजा पटना जंक्शन स्थित हनुमान मंदिर में लाखों की संख्या में जुटेंगे श्रद्धालु

पटना ब्‍यूरो। चैत्र शुक्ल नवमी में बुधवार को भगवान विष्णु के सातवें अवतार मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम का प्राकट्य उत्सव मनाया जाएगा। प्रभु राम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमी को कर्क लग्न में हुआ था। इस दिन गंगा स्नान या पवित्र तीर्थों में स्नान करने से कई गुना पुण्य फल प्राप्त होगा। राम नवमी को प्रभु राम के साथ हनुमान की पूजा अति फलदायी होती है। गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना राम नवमी को ही किये थे। पटना के डाक बंगाल, पटना सहित कई इलाकों में शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी। सनातन धर्मावलंबी आज अपने घर व शहर के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना करेंगे। पटना सिटी के पटन देवी, बांस घाट स्थित काली मंदिर, गोल घर चौराहा स्थित पूजा पंडाल में कन्या भोज का आयोजन होगा। वहीं पटना जंक्शन स्थित हनुमान मंदिर में हनुमान जी के दर्शन के लिए दर्शनार्थियों की अपार भीड़ उमड़ेगी। महावीर मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लाइन मंगलवार रात्रि दस बजे से लगने लगी।

पुष्य नक्षत्र के सुयोग में रामनवमी आज
ज्योतिषाचार्य आचार्य राकेश झा ने बताया कि रामनवमी पर अति शुभकारी पुष्य नक्षत्र का सुयोग बन रहा है। बुधवार को पुष्य नक्षत्र प्रात: 7.50 बजे तक रहेगा तथा उसके बाद अश्लेषा नक्षत्र पूरे दिन विद्यमान रहेगा। भगवान राम के जन्म के समय जो लग्न बना था, वही कर्क लग्न आज रामनवमी पर भी रहेगा। ऐसे मंगलकारी संयोग में प्रभु श्रीराम, माता सीता एवं हनुमान की पूजा व आराधना से यश, बल, बुद्धि, ऐश्वर्य, उन्नति, आपसी प्रेम, भैतिक सुख का विकास होता है। दक्षिण संप्रदाय के लोग इस पर्व को कल्याणोत्स्व यानि प्रभु श्रीराम की शादी समारोह के रूप में मनाते है। उनकी मान्यता है कि इससे पति-पत्नी के बीच प्रेम प्रगाढ़ होते हैं।

नवरात्र से जुड़ा है प्रभु श्रीराम का संबंध
पंडित झा के मुताबिक चैत्र नवरात्र में नवमी तिथि को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म हुआ था। इसीलिए रामनवमी के पावन अवसर पर श्रीराम जन्मोत्सव मनाया जाता है। वहीं आश्विन मास में होने वाले शारदीय नवरात्र के दशमी तिथि को प्रभु श्रीराम ने रावण का वध कर विजय हासिल प्राप्त किए थे। इसीलिए उस दिन विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है।

कामना पूर्ति हेतु शुभकारी है राम नवमी
राम नवमी को राम रक्षास्त्रोत्र, रामचरितमानस, राम स्तुति, रामाष्टक, राम कवच, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, हनुमानाष्टक, सुंदरकांड आदि का पाठ करने से शत्रु शमन, उच्च पद की प्राप्ति, मानसिक शांति, नेतृत्व क्षमता, मनोबल में वृद्धि, संबंधों में मधुरता व प्रगति के अवसरों की प्राप्ति होती है।

100-500 रुपये में बिक रहा ध्वज पटाका
रामनवमी को लेकर पटना के महावीर मंदिर परिसर के बाहर भगवान राम के ध्वज पटाका 100 रुपये से लेकर 500 रुपये तक में बिक रहा है। देर रात्रि दर्शन के लिए क्यू में लगे श्रद्धालुओं ने इसकी जमकर खरीदारी की। श्रद्धालुओं ने बताया कि भगवान राम के ध्वज पटाका के सहारे ही रात्रि 2.15 तक पंक्ति में खड़े रहेंगे और भगवान राम के भक्त प्रमु हनुमान का दर्शन करेंगे।

रामनवमी पूजा शुभ मुहूर्त
नवमी तिथि-उदया तिथि से पूरे दिन
कर्क लग्न- पूरे दिन
चर-लाभ-अमृत मुहूर्त- सुबह 08.38 बजे से दोपहर 01.25 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11.24 बजे से 12.15 बजे तक
शुभ योग मुहूर्त शाम 03.01 बजे से 04.36 बजे तक

Posted By: Inextlive