PATNA : पैरेंट्स-टीचर मीटिंग पीटीएम प्राइवेट स्कूलों के रूटीन का हिस्सा है. हफ्ते महीने क्वार्टरली अलग अलग स्कूलों में पीटीएम की डेट फिक्स्ड होती है. सोमवार को राजधानी डीएवी के बोर्ड कॉलोनी में भी एक रैंडम पीटीएम हो गई. जिसे ना स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने कॉल किया था और ना ही इसके लिए डेट पहले से फिक्स्ड थी. आमतौर पर पीटीएम में बच्चों के बिहेवियर प्रोग्रेस की बात होती है. लेकिन यह मीटिंग हटकर थी तो इसका रिजल्ट भी अलग रहा. किसी को सिर में चोट लगी तो किसी की पीठ पर. गार्जियन स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन पर कमरे में बंद कर पीटने का आरोप लगाते दिखे तो स्कूल के प्रिंसिपल खुद को पाक साफ बताते रहे.


स्कूल कैंपस में स्टूडेंट्स का हंगामा तो एकबारगी नॉर्मल है लेकिन गार्जियन का हंगामा समझना थोड़ा मुश्किल है। वहां मौजूद गार्जियंस का कहना था कि उनके बच्चों का एडमिशन एक महीने पढ़ाने के बाद अब मिड सेशन में कैंसिल किया जा रहा है। जिसका विरोध करने पर उनकी पिटाई की गई। इस मामले में फंसे सभी स्टूडेंट्स 11वीं के हैं, जिन्होंने इसी साल जून में एडमिशन लिया है। वहीं दूसरी ओर स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि सभी गार्जियंस ने स्कूल पर धावा बोला है, स्टूडेंट्स ने पत्थर चलाए हैं और टीचर्स को पीटा है। जबकि एडमिशन कैंसिलेशन पर स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि फर्जी सर्टिफिकेट के बेसिस पर एडमिशन लेने वाले कुछ स्टूडेंट्स का एडमिशन कैंसिल किया गया है। बॉक्स Guardians and students says- एडमिशन के टाइम सारे डॉक्यूमेंट की चेकिंग हुई थी। - एडमिशन कैंसिल करने का ठोस रीजन नहीं बताया गया।


- सेंट कैरेंस स्कूल के सभी स्टूडेंट्स के साथ ऐसा किया जा रहा है। - कैंसिल करने में साइंस के साथ आट्र्स और कॉमर्स के स्टूडेंट्स शामिल हैं। - एडमिशन कैंसिल करने के बाद स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन कोई डाक्यूमेंट्स वापस नहीं दे रहे हैं।

- टीसी देने के लिए बुलाया गया था। लेकिन कैंपस में आने के बाद मेन गेट बंद कर टीचर्स और स्टाफ ने पिटाई की। School administration says- रिजल्ट के जेरॉक्स के आधार पर एडमिशन हुआ था। - एडमिशन होने के बाद जब डॉक्यूमेंट्स की जांच की गई तो कई रिजल्ट फर्जी निकले। - इसकी पूरी रिपोर्ट डीएवी हेडक्वार्टर को दी गई, जिसके बाद वहां से सभी का एडमिशन कैंसिल कर दिया गया। - हेडक्वार्टर के डायरेक्शन के बाद स्टूडेंट्स को नोटिस देकर स्कूल आने से मना किया गया। - सोमवार को गार्जियन या स्टूडेंट्स को स्कूल नहीं बुलाया गया था। - गार्जियन के साथ स्टूडेंट्स ने रोड़ेबाजी की। Past historyऐसे हुआ एडमिशन - जून फस्र्ट वीक में एडमिशन के लिए अप्लीकेशन डेट रिलीज हुई। - सेकेंड वीक में एडमिशन के लिए एंट्रेंस टेस्ट हुए। - थर्ड वीक में एडमिशन लेने की शुरुआत हुई। - स्टूडेंट्स के सभी एकेडमिक डाक्यूमेंट्स लिए गए।- डाक्यूमेंट्स में स्कूल की माक्र्स शीट, एसएलएसी जैसे सर्टिफिकेट शामिल थे। - एक जुलाई से 11वीं की क्लासेज शुरू हुई।- एक अगस्त को 25 स्टूडेंट्स को नोटिस दिया गया कि उनका एडमिशन फर्जी है। इस कारण उनका एडमिशन को कैंसिल किया जाता है। ------------वॉयससिर पर डंडे से मारा

एक साथ कई लोगों ने कैंपस में मेरे सिर पर डंडों से वार कर दिया। इससे मेरे सिर में चोट आई। प्रिंसिपल के बुलाने पर हम टीसी लेने के लिए गए थे।राहुल सिंहसर्टिफिकेट फर्जी बता रहे हैं पहले एडमिशन लिया और अब हमारे सर्टिफिकेट को फर्जी बता रहे हैं। अब स्कूल नहंी आने की नोटिस दिया गया है। ऐसे में मिड सेशन में हम कहां जाएंगे।मयंकनहीं है कोई ऑप्शन सभी स्कूलों में एडमिशन क्लोज हो गया है। अब हमारा एडमिशन कहीं पर नहीं होगा। हम कहां जाएंगे। आज स्कूल बुला कर हम लोगों को पीटा है।विवेक स्वरूपएक लाख रुपए मांग रहे हैं एडमिशन के टाइम 26 हजार रुपए लिए गए। अब स्कूल से निकालने की बात कर रहे हैं। प्रिंसिपल से बात हुई तो अब 1 लाख रुपए मांग रहे हैं। सुधास्कूल बुलाकर बेइज्जती कीआज टीसी देने के लिए बुलाया गया था। छुट्टी के बाद अंदर बुलाया गया। फिर हमारे सामने बच्चों को पीटा और हमारी बेइज्जती की गई। अर्चना प्रिंसिपल कोट
टीसी इश्यू करने जैसी कोई बात नहीं थी। सारे गार्जियन और स्टूडेंट्स हमें मारने के लिए स्कूल के अंदर आ गए थे। इसमें हमारे टीचर्स और स्टाफ ने रोका। इस दौरान हमारे फिजिकल टीचर को सिर में चोटें आई हैं। स्टूडेंट्स ने रोड़ेबाजी भी की है।
रामानुज प्रसाद, प्रिंसिपल, डीएवी बीएसईबी

Posted By: Inextlive