सउदी अरब में बंधक बना लेते थे काम
PATNA: प्रदेश के ख्ख् मजदूरों को सऊदी अरब की एक रियल स्टेट कंपनी में बंधक बनाकर काम लिया जाता था। एक साल से बिना मजदूरी के काम कर रहे इन मजदूरों ने बुधवार को मगध एक्सप्रेस से पटना पहुंचने के बाद लोगों को अपनी पीड़ा सुनाई। घर वापसी पर मजदूरों के चेहरे पर खुशी थी लेकिन पुराने दिन सोचकर वह सहर जा रहे थे।
- पासपोर्ट जब्त कर कर रहे थे शोषणमगध एक्सप्रेस से पटना पहुंचे ख्ख् मजदूरों में क्क् सिवान, 7 गोपालगंज, क् बेतिया, क् छपरा और एक दरभंगा का रहने वाला है। उन्होंने सऊदी की यातना बताते हुए कहा कि दो साल पहले वह सऊदी अरब गए थे और वहां एक रियल स्टेट कंपनी में काम करने लगे, लेकिन एक साल से उन्हें एक भी रुपया नहीं दिया गया। कंपनी ने उनका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया था जिससे वह कहीं जा भी नहीं सकते थे। वह कंपनी में बधुवा मजदूर की तरह काम करते थे।
- विदेश मंत्रालय की पहल पर हुई रिहाईअधिकारियों के मुताबिक उनकी पीड़ा किसी माध्यम से भारत सरकार तक पहुंची जिसके बाद विदेश मंत्रालय गंभीर हो गया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की पहल पर सऊदी अरब में बंधक बनाकर काम कराए जाने वाले मजदूरों को मुक्त कराया गया। बुधवार को पटना पहुंचने के बाद उनसे कई अहम बिंदुओं पर जानकारी हासिल करने के बाद उन्हें उनके घर भेज दिया गया। कई मजदूरों के परिजन सूचना पाकर पहले ही पटना पहुंच गए थे।