भारत-चीन के बीच हुए विवाद पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी को आड़े हाथों हाथ लिया है। भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मंगलवार को पूछा कि क्या यह उस समझौता ज्ञापन का असर है जिसकी वजह से वह देश को विभाजित करने की और सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने की कोशिश कर रहे हैं।


नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत-चीन के बीच हुए विवाद पर अब भारतीय राजनीति में हलचल काफी तेज हो गई। कांग्रेस पार्टी की ओर से लगातार मोदी सरकार पर साधे जा रहे निशाने पर भाजपा भी पलटवार कर रही है। आज भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर देश को विभाजित करने की कोशिश करने और नाजुक स्थितियों में सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि क्या उस समझौता ज्ञापन (एमओयू) का प्रभाव है जिस पर कांग्रेस ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के साथ हस्ताक्षर किए थे। क्या यह सब उस समझौता ज्ञापन का प्रभाव


जेपी नड्डा ने एक ट्वीट में कहा कि पहले कांग्रेस चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करती है और कांग्रेस चीन को भूमि सौंप देती है। डोकलाम मुद्दे के दौरान राहुल गुपचुप तरीके से चीनी दूतावास जाते हैं। महत्वपूर्ण स्थितियों के दौरान, राहुल गांधी राष्ट्र को विभाजित करने और सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं। क्या यह सब उस समझौता ज्ञापन का प्रभाव है। 2008 में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे

दोनों पक्षों ने महत्त्वपूर्ण क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर एक दूसरे से परामर्श लेने और उच्च स्तरीय संपर्क को आसान बनाने के लिए 2008 में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। पिछले हफ्ते लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।

Posted By: Shweta Mishra