बंद लिफाफे में इनकम टैक्स ऑफिस पहुंची ब्लैकमनी की डिटेल

ALLAHABAD: ऑफलाइन के साथ आनलाइन फाइलिंग की भी सुविधा थी। इससे हो सकता है कि शनिवार को जब फाइनेंस मिनिस्टर आंकड़ा जारी करें तो रिजल्ट बेहतर सामने आए। लेकिन, शुक्रवार को इनकम टैक्स ऑफिस का सीन बता रहा था कि इलाहाबादियों ने इस योजना में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है। हाथों हाथ डिटेल देने वालों की संख्या तीन दर्जन के आसपास भी पहुंचने के आसार कम ही हैं। हालांकि, विभाग सबकुछ गोपनीय रख रखा था। पूछने पर अफसरों ने कहा कि रात में पूरा डाटा वाराणसी इनकम टैक्स कमिश्नर के पास वाराणसी भेज दिया जाएगा। रात में ही इसकी फीडिंग होगी। इसके अलावा कुछ नहीं बताया गया। पब्लिक के गायब होने के बाद भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अफसर आधी रात तक मुस्तैद थे।

पहुंचते रहे लिफाफे, फीड हुई डिटेल

यह योजना एक जून से शुरू की गई थी, जिसकी अंतिम तिथि तीस सितंबर निर्धारित की गई थी। अंतिम दिन आई नेक्स्ट टीम इनकम टैक्स ऑफिस पहुंची तो वहां लिफाफा पहुंचाने वाला कोई नहीं था। चार महीने में यह संख्या कितनी पहुंची? का स्पष्ट जवाब नहीं मिला। इसे गोपनीय होना बताया गया। सूत्रों का कहना है कि ब्लैकमनी डिक्लेयर करने वालों की संख्या दो अंकों में ही रहने का अनुमान है। बंद लिफाफों को वाराणसी में ही खोला जाना है, इससे यह पता चलना भी मुश्किल था कि अपनी घोषित करने वाला है कौन? विभाग को उम्मीद थी कि इलाहाबाद में इस स्कीम को बेहतर रिस्पांस मिलेगा। रिस्पांस कैसा रहा? यह तो शनिवार को वित्तमंत्री की तरफ से घोषणा होने के बाद ही पता चल सकेगा। विभागीय अधिकारियों का कहना था कि रात बारह बजे तक का मौका डिटेल प्रस्तुत करने के लिए दिया गया है। संभव है कि अपना काम समेटने के बाद लोग रात में डिटेल देने पहुंचे। अफसरों के अनुसार इसके बाद लिफाफों को वाराणसी भेज दिया जाएगा। वहां से ऑनलाइन फीडिंग कर जानकारी केंद्र सरकार को भेजी जाएगी और फिर खुद वित्तमंत्री इस अभियान की सफलता की जानकारी देशभर के सामने रखेंगे। सूत्रों के अनुसार ब्लैकमनी घोषित करने में व्यापारियों और निजी क्षेत्र ने ज्यादा रुचि दिखाई है।

ऑनलाइन का भी था आप्शन

केंद्र सरकार की इस योजना के तहत ब्लैकमनी को डिक्लेयर करने के लिए आनलाइन फाइलिंग का भी आप्शन दिया गया था। सरकार की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया था कि योजना की अवधि को अब आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। सरकार ने यह सुविधा ब्लैकमनी घोषित करने वालों को जरूर दी है कि जुर्माने की राशि वह अगले एक साल में तीन किश्तों में जमा कर सकेंगे। ऑनलाइन टैक्स जमा करने की भी सुविधा दी गई थी।

क्या थी पूरी योजना

वित्तमंत्री अरुण जेटली ने 29 फरवरी 2016 को किया था योजना का एलान

ब्लैक मनी होल्डर्स अपने पैसे को व्हाइट मनी में कन्वर्ट कर सकते थे

एक जून से शुरू हुई योजना 30 सितंबर तक लागू रही

बंद लिफाफे में इनकम टैक्स ऑफिस पहुंचाना था सम्पत्ति का ब्यौरा

रात 12 बजे तक खोले रखे गए इनकम टैक्स ऑफिस

ब्लैक मनी घोषित करने वालों को टैक्स के साथ 45 प्रतिशत जुर्माना देने का प्रावधान

जुर्माने की राशि को एक साल में जमा करने का मौका

पहली किश्त 25 नवंबर, दूसरी 31 मार्च और तीसरी 30 सितंबर 2017 तक जमा करनी होगी

अघोषित संपत्ति की घोषणा करने वालों को अभियोजन पक्ष से मुक्ति मिल जायेगी

संपत्ति की घोषणा करने वाले से टैक्स के संबंध में ज्यादा पूछताछ भी नहीं होनी है

बेनामी लेन-देन पर सवाल नहीं किये जायेंगे

फैक्ट फाइल

45 फीसद कर के अलावा जुर्माना भरना होगा ब्लैकमनी घोषित करने वालों को

30 सितंबर लास्ट डेट थी ब्लैकमनी घोषित करने की

12 बजे रात तक खुला रहा इनकम टैक्स ऑफिस

01 जून से हुई थी योजना की शुरुआत, चार महीने का मिला मौका

03 किश्तों में 30 सितंबर 2017 तक करना है जुर्माने का भुगतान

Posted By: Inextlive