बीते कुछ सालों में भाई-बहन के रिश्ते पर बनी मूवीज पर नजर डालें तो एक बात साफ हो जाती है कि मूवीज में भाई का काम अब सिर्फ अपनी बहन को गुडों से बचाना नहीं रह गया है। और ऐसा भी जरूरी नहीं है कि हर बार भाई ही बहन की रक्षा के लिए सामने आएगा। आज 'रक्षाबंधन' के मौके पर हम आपको कुछ ऐसी मूवीज के बारे में बताने जा रहे हैं जहां बहनें भाईयों की रक्षा करती नजर आई हैं...

फिजा

साल 2005 में आई इस मूवी में जूही चावला और संजय सूरी भाई-बहन के रोल में नजर आए थे। यह मूवी होमोसेक्शुएलिटी और एड्स जैसे सब्जेक्ट पर बनी थी। इस मूवी में संजय का कैरेक्टर होमोसेक्शुअल होता है, उसे एड्स हो जाता है, जिसके चलते उसकी कम्यूनिटी, फैमिली और स्विमिंग टीम उससे किनारा कर लेती है। इस दौरान उसे अपने ब्वॉयफ्रेंड के अलावा सिर्फ अपनी बहन का साथ मिलता है, जो हर कदम उसके साथ कंधे से कंधा मिलाए खड़ी नजर आती है।

 

इकबाल

 

यह मूवी एक ऐसी फैमिली की कहानी है जहां कुछ सही नहीं चल रहा। इस मूवी में प्रियंका चोपड़ा और रणवीर सिंह भाई-बहन के रोल में नजर आए थे। प्रियंका इसमें एक ऐसी बिजनेसवुमन के रोल में थीं, जो फैमिली शुरू करने के बजाय अपने करियर पर फोकस करती है। वह अपने भाई का भी पूरा सपोर्ट करती है, जो अपनी जिंदगी में उसके जितना सक्सेसफुल नहीं हैं। अपने पेरेंट्स से परेशान रणवीर इस मूवी में अपनी बहन प्रियंका को उस लड़के के साथ भाग जाने को कहते हैं, जिससे वह प्यार करती हैं। 

 

भाग मिल्खा भाग

2013 में आई राकेश ओमप्रकाश मेहरा की इस मूवी में भाई-बहन का रिश्ता इसका 'कोर' सब्जेक्ट तो नहीं था पर मिल्खा (फरहान अख्तर) और उसकी बहन इसरी कौर (दिव्या दत्ता) के बीच का रिलेशन इस मूवी में जिस तरह से दिखाया गया, वह दिल को छू गया। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान अपने पूरे परिवार की हत्या हो जाने के बाद मिल्खा अपनी बहन के साथ रहने लगता है। इसरी का पति उसे मारता-पीटता है पर वह सब सहती रहती है लेकिन जब वह उसके भाई पर हाथ उठाता है तो इसरी बीच में आ जाती है। मिल्खा भी जब अपनी जिंदगी में सफल होता है तो सबसे पहले अपनी बहन से मिलने जाता है।


Posted By: Satyendra Kumar Singh