बदलाव

नामी कंपनियों की चमक-धमक में लगेंगे चार चांद

ब्रांडेड कपड़ों को टक्कर देगी हमारी खादी

एक्सक्लूसिव

-खादी के प्रमोशन के लिए विभाग ने किया ब्रांडेड कंपनी से अनुबंध

-'फैशन फॉर खादी' के माध्यम से आधुनिक परिधानों में होगी जगह

Meerut। गांव-देहात और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि रखने वाली खादी अब देश-विदेश की ब्रांडेड कंपनियों की चमक-धमक में चार चांद लगाएगी। आधुनिक परिवेश में पहचान खोती जा रही खादी को प्रमोट करने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने ब्रांडेड कंपनियों के साथ अनुबंध किए हैं। ये ब्रांडेड कंपनियां अपने परिधानों में खादी को इस्तेमाल कर मेरठी खादी को विश्व जगत में खास पहचान दिलाएगी।

बनेगी नई पहचान

खादी को नई पहचान दिलाने के लिए खादी और ग्राम उद्योग सुनियोजित योजना के अंतर्गत कई स्तर पर काम कर रहा है। बुधवार को गढ़ रोड स्थित राधा गोविंद मंडप में खादी और ग्रामोद्योग के एक कार्यक्रम में आए खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सदस्य जय प्रकाश तोमर ने ये बातें कही। उन्होंने बताया कि पूरे देश की खादी का 25 प्रतिशत प्रोडक्शन अकेले मेरठ जोन से आता है। मेरठ जोन को खादी का कटोरा कहा जाता है। ऐसे में खादी के उत्थान के लिए आयोग द्वारा कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं।

बॉक्स

ये चलाई जा रही योजनाएं

-वर्कशेड स्कीम के अंतर्गत 60 हजार तक का अनुदान

-खादी संस्थाओं का सुदृढीकरण के लिए 10 लाख तक की आर्थिक मदद

-आईसेक योजना के अंतर्गत 4 प्रतिशत के सस्ते ब्याज पर बैंक लोन

-खादी कारीगर जनश्री बीमा योजना के अंतर्गत 12.50 रुपए की सस्ती प्रीमियम

-क्षमता निर्माण और कौशल विकास योजना के अंतर्गत युवाओं को रोजगारपरक बनाना

-लोक शिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत तकनीकि इंटरफेस की स्पेशल ट्रेनिंग

-स्फूर्ति योजना के अंतर्गत 4 लाख लोगों को रोजगार व 850 करोड़ की लागत से 800 कलस्टरों की स्थापना

ब्रांडेड कंपनियों से अनुबंध

खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सदस्य जय प्रकाश तोमर ने बताया कि आधुनिक परिवेश में पिछड़ती खादी को नई पहचान दिए जाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए रेमंड कंपनी से अनुबंध किया जा चुका है, जबकि पीटर इंग्लैंड और बिरला कंपनी से वार्ता अंतिम चरण में हैं। इन कंपनियों को सबसे अधिक खादी मेरठ जोन से मुहैया कराई जाएगी। इस प्रक्रिया से खादी को देश नहीं बिल्कुल विदेशों में नई पहचान मिलेगी। उन्होंने बताया कि खादी के लिए शुरू की गई इस कवायद को 'फैशन फॉर खादी' का नाम दिया गया है।

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वर्जन

खादी के प्रमोशन के लिए कुछ ब्रांडेड कंपनियों ने अनुबंध किया गया है। इसके अलावा खादी उत्थान के लिए तमाम तरह की योजनाएं संचालित की गई है।

जय प्रकाश तोमर

सदस्य, खादी और ग्रामोद्योग आयोग

Posted By: Inextlive