Meerut: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन स्टूडेंट्स का एप्टीट्यूट टेस्ट स्टूडेंट्स ग्लोबल एप्टीट्यूट टेस्ट कराने जा रहा है. सीबीएसई ऐसा पहला एजुकेशन बोर्ड है जो अपने स्टूडेंट्स का ग्लोबल एप्टीट्यूट टेस्ट कराता है. ऑल इंडिया लेवल पर स्टूडेंट्स ग्लोबल एप्टीटयूट टेस्ट आयोजित किया जाएगा.


पता चलेगी पसंदबोर्ड की तरफ से होने वाला ये टेस्ट पेपर पेंसिल बेस्ड होगा। इस टेस्ट का फ्रेम बोर्ड ने इंडियन स्टूडेंट को ध्यान में रख कर बनाया है, जिससे हर स्टूडेंट के बारे में अलग से पता चल सके कि उसे क्या पसंद है और क्या नापसंद है। इससे उनके एप्टीट्यूट, इंट्रेस्ट जानने और फ्यूचर में मोटीवेट करने में हेल्प मिलेगी।मिलेगी हेल्प


बोर्ड का कहना है कि एकेडमिक च्वाइस तय करने में मदद करने वाला ये टेस्ट स्टूडेंट्स के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे स्टूडेंट को अपनी पसंद नापसंद के बारे में पता चलता है। अकसर पेरेंट्स के दबाव में आकर बच्चा दूसरी स्ट्रीम सेलेक्ट कर लेता है, लेकिन इस टेस्ट से उसको अपने इंस्ट्रेस्ट के बारे में पता चल पाएगा। पीयर प्रेशर, सोशल प्रेस्टीज जैसे बाकी कारण भी बच्चों की च्वाइस को इफेक्ट करते हैं। टेस्ट का परपज पेरेंट्स, टीचर्स और स्टूडेंट्स को इफेक्टिव करियर प्लानिंग में मदद करना है।कंपल्सरी नहीं

बोर्ड का कहना है कि एप्टीट्यूड टेस्ट को स्कूल सिस्टम का ही एक पार्ट बना देना चाहिए। इससे पेरेंट्स और स्टूडेंट्स को दसवीं के बाद आगे की स्ट्रीम तय करने में हेल्प मिलेगी। कई स्कूलों ने एप्टीट्यूट टेस्ट को सभी बच्चों के लिए कंपल्सरी करने की मांग की है, लेकिन अभी इसे कंप्लसरी नहीं किया जा रहा है। फिलहाल ये ऑप्शनल है जो चाहे पार्ट ले जो न चाहे पार्ट न ले।अब नवंबर में होगापहले ये टेस्ट जनवरी में होता था। इस बार से नंवबर में होगा। टाइम बदलने के पीछे तर्क है कि रिजल्ट समय से आ पाएगा और स्टूडेंट्स को 11वीं में एडमिशन से पहले उनके इंट्रेस्ट के बारे में पता चल सके।कोई लेट फीस नहींइस साल टेस्ट के लिए कोई अलग रजिस्ट्रेशन नहीं कराना होगा। हाई स्कूल के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ ही ये रजिस्ट्रेशन क्लब कर दिए गए हैं। जो स्टूडेंट टेस्ट देना चाहते हैं उनके सौ रुपए रजिस्ट्रेशन फीस ली जाएगी। टेस्ट के लिए रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट तीस सितंबर है। इसके बाद 15 अक्टूबर के बाद कोई रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए कोई लेट फीस नहीं है।चार लाख से ज्यादाटेस्ट के बारे में एडवोकेसी और ओरिएंटेशन प्रोग्राम बोर्ड की तरफ से स्कूलों में आयोजित किए जाएंगे। बीते सालों में छह हजार स्कूलों के चार लाख से ज्यादा स्टूडेंट इस टेस्ट में पार्ट ले चुके हैं। खास बात है कि हिमाचल प्रदेश एजुकेशन बोर्ड ने भी इस एप्टीट्यूट टेस्ट को सीबीएसई की हेल्प से लागू किया है।

Posted By: Inextlive