भारत के 69वें रिपब्लिक डे पर दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन आसियान के सदस्‍य 10 देशों के राष्ट्राध्यक्ष मेहमान बनकर आए हैं। इससे पहले भी गणतंत्र दिवस पर कई विदेशी अतिथि भारत के मेहमान बन चुके हैं। अतीत में हमें दुनिया के ताकतवर मुल्‍कों से लेकर पड़ोसियों व उन देशों के जिनसे निकट के सांस्‍कृतिक संबंध रहे हैं के राष्‍ट्रप्रमुखों की मेजबानी करने का मौका मिला है। पूर्व इंडोनेशियाई राष्‍ट्रपति सुकर्णो से लेकर पूर्व अमरीकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा व रूस के वर्तमान राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन तक इस मौके पर भारत के मेहमान बन चुके हैं। आइए जानते हैं गणतंत्र दिवस पर भारत के इन विशिष्‍ट मेहमानों के बारे में-

भारत के पहले गणतंत्र दिवस यह बने हमारे मेहमान
विदेशी मेहमान के रूप में भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर 1950 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो आए थे। इसके बाद 2011 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बम्बांग युधोयोनो भी भारत मेहमान बन चुके हैं। इस बार भी इंडोनेशिया से अतिथि आए हैं।

रूसी राष्ट्रपति पुतिन की मौजूदगी से मौका बना खास
1960 में तत्कालीन सोवियत संघ के चेयरमैन किल्मेंट वोरोशिलोव गणतंत्र दिवस पर मेहमान बनकर भारत आ चुके हैं। उनसे पहले 1957 में रक्षा मंत्री जॉर्जी झुकोव अतिथि बने थे। 1968 में सोवियत संघ के चेयरमैन एलेक्ज़ेई कोसिजिन गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि बने। 2007 में रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनकर पधारे।
 

पहली बार कोई अमरीकी राष्ट्रपति बना मुख्य अतिथि  
यह पहला मौका था जब कोई अमरीकी राष्ट्रपति भारत का मेहमान बनकर बतौर मुख्य अतिथि गणतंत्र दिवस का हिस्सा बना। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पत्नी मिशेल ओबामा के साथ 26 जनवरी 2015 को मेहमान बनकर यहां आए।

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Posted By: Shweta Mishra